आज का राशिफल: 19 अप्रैल 2024; आज एकादशी के दिन इन राशि वालों की चमकेगी किस्मत, घर आएगी सुख-समृद्धि और संपन्नता       गर्मी का मौसम आया, पहाड़ों की रानी शिमला में जलसंकट गहराया, स्मार्ट सिटी के तहत 24 घंटे शहर को पानी देने के सारे दावे हवा       हिमाचल के लाहौल-स्पीति में महसूस किए गए भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग       ऑनलाइन ठगी के दो आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार, आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी , पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल : मणिकर्ण घूमने आया युवक अचानक चलते-चलते हुआ बेहोश, चंडीगढ़ का रहने वाला था मृत युवक, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल में फिर बदलें मौसम के तेवर, लाहौल स्पीति को छोड़कर दस जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल: चलते-चलते HRTC डिलक्स बस के पिछले दोनों टायर खुले, बाल-बाल बचे यात्री, बड़ा हादसा..! पढ़ें पूरी ख़बर..       आज का राशिफ़ल: 18 अप्रैल 2024; इन राशि वालों के लिए सौभाग्य से भरा रहेगा गुरुवार का दिन, यहां पढ़िए आज का दैनिक राशिफल       आज का राशिफल: 17 अप्रैल 2024 (बुधवार); आज राम नवमी के दिन सूर्य की तरह चमकेगी इन राशि के जातकों की किस्मत, प्रभु श्री राम की मिलेगी अपार कृपा       अष्टम नवरात्र के दिन महागौरी के दर्शनो के लिए मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता, प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने काली बाड़ी मंदिर में की पूजा, पढ़ें पूरी खबर..      

पंचांग

आज का पंचांग : जानिए आज का शुभमहूर्त व राहुकाल का समय

November 06, 2019 07:54 AM

हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :- 1:- तिथि (Tithi) 2:- वार (Day) 3:- नक्षत्र (Nakshatra) 4:- योग (Yog) 5:- करण (Karan)

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे ।

जानिए बुधवार का पंचांग

*शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है । *वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है। * नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है। * योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है । *करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।

इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना, पढ़ना चाहिए ।

बुधवार का पंचांग

06 नवम्बर 2019

गणेश गायत्री मंत्र :

ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात ।।

।। आज का दिन मंगलमय हो ।।

दिन (वार) - बुधवार के दिन तेल का मर्दन करने से अर्थात तेल लगाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है धन लाभ मिलता है। बुधवार का दिन विघ्नहर्ता गणेश का दिन हैं। इस दिन गणेशजी की पूजा अर्चना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

*विक्रम संवत् 2076 संवत्सर कीलक तदुपरि सौम्य *शक संवत - 1941 *अयन - उत्तरायण *ऋतु - शरद ऋतु *मास - कार्तिक माह *पक्ष - शुक्ल पक्ष

तिथि (Tithi)- नवमी - 07:21 तक तदुपरांत दशमी

तिथि का स्वामी - नवमी तिथि के स्वामी दुर्गा जी है एवं दशमी तिथि के स्वामी गणेश जी है ।

नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा हैं। नवमी तिथि को दुर्गा माता का पूजन किया जाना बहुत शुभ रहता है। नवमी तिथि में माँ दुर्गा को गुड़हल या लाल गुलाब अर्पित करते हुए दुर्गा जी के किसी भी सिद्द मन्त्र का जाप करने से जीवन के सभी मनोरथ पूर्ण होते है ।

दशमी तिथि के देवता यमराज जी हैं। यह दक्षिण दिशा के स्वामी है। इनका निवास स्थान यमलोक है। इस दिन इनकी पूजा करने, इनसे अपने पापो के लिए क्षमा माँगने से जीवन की समस्त बाधाएं दूर होती हैं, निश्चित ही सभी रोगों से छुटकारा मिलता है, नरक के दर्शन नहीं होते है अकाल मृत्यु के योग भी समाप्त हो जाते है। इस तिथि को धर्मिणी भी कहा गया है। समान्यता यह तिथि धर्म और धन प्रदान करने वाली मानी गयी है । दशमी तिथि में नया वाहन खरीदना शुभ माना गया है। इस तिथि को सरकार से संबंधी कार्यों का आरम्भ किया जा सकता है।

नक्षत्र (Nakshatra)- शतभिषा - पूर्ण रात्रि तक

नक्षत्र के देवता, ग्रह स्वामी- शतभिषा नक्षत्र के देवता मित्र है एवं ज्येष्ठा नक्षत्र के देवता इन्द्र है ।

योग(Yog) - वृद्धि - 07:50 तक

प्रथम करण : - कौलव - 07:21 तक

द्वितीय करण : - तैतिल - 20:38 तक

गुलिक काल : - बुधवार को शुभ गुलिक 10:30 से 12 बजे तक ।

दिशाशूल (Dishashool)- बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल होता है । इस दिन कार्यों में सफलता के लिए घर से सुखा/हरा धनिया या तिल खाकर जाएँ ।

राहुकाल (Rahukaal) : - बुधवार को राहुकाल दिन 12:00 से 1:30 तक ।

सूर्योदय - प्रातः 06:40

सूर्यास्त - सायं 17:29

विशेष - नवमी को लौकी नहीं खानी चाहिए । दशमी को कलम्बी का सेवन नहीं करना चाहिए।

मुहूर्त (Muhurt) - नवमी तिथि रिक्ता तिथि है इसलिए इस दिन कोई भी नया, मांगलिक कार्य वर्जित है ।

दशमी तिथि को राज संबंधी कार्य ( सरकारी कार्य ), व्रतबंध, प्रतिष्ठा, विवाह, यात्रा, भूषणादि के लिए शुभ होते हैं।

"हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी), आज के वार, आज के नक्षत्र (नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो "।

आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

Have something to say? Post your comment

पंचांग में और

आज का पञ्चाङ्ग, 18 अक्तूबर 2023; (बुधवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय, आज चतुर्थ नवरात्र पर इन मंत्रों का जाप अवश्य करें..

आज का पञ्चाङ्ग, 09 जून 2023; (शुक्रवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

गुरुवार का पंचांग : 08 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..

बुधवार का पञ्चाङ्ग: 07 जून 2023, आज गणेश चतुर्थी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त कब से कब तक, पढ़ें आज का पञ्चाङ्ग..

मंगलवार का पंचांग: 06 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..

आज सोमवार का पंचांग: 05 जून 2023; जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

आज का पंचांग: 04 जून 2023; आज ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा, जानें मुहूर्त और शुभ योग का समय..

आज का पंचांग 12 अप्रैल 2023 बुधवार: आज शीतला सप्तमी व्रत, जानें आज के मुहूर्त और शुभ योग

सोमवार का पंचांग : 27 मार्च 2022; जानिए आज के शुभ मुहूर्त का समय..

गुरुवार का पंचांग : 16 मार्च, 2023; देखें आज का शुभमुहूर्त और शुभयोग का समय ..