कुल्लू: बुंगा घाटी के अराध्य देव बड़ा छम्हुं अपने ढोल नगाड़े करनाल नरशिंगों पुरे लाव लश्कर और हारियन सहित वनोगी दियोहरी के लिए रविवार को रवाना हुए और जिल्ही नहीं गुमत राम श्रद्धालु के न्योते पर वे आए हुए थे। और धाम का भी आयोजन रखा था। जगह जगह चाय पानी भी अनेकों श्रद्धालुओं ने रखा था । जिल्ही नहीं से बड़ा छम्हुं दुसरे दिन शाम को दियोहरी सौह के लिए रवाना हुए। और पुरे लाव लश्कर के साथ दियोहरी सौह पंहुचे। दियोहरी सौह पंहुचते ही ढोल नगाड़े करनाल नरशिंगों से पुरा दियोहरी गांव गुंज उठा।
दियोहरी सौह में बड़ा छम्हुं का मां दुर्गा के साथ भव्य मिलन हुआ उसके वाद वनोगी कोठी के अराध्य देव पुंडरीक से भी भव्य मिलन किया। गुर की माध्यम से भविष्यवाणी भी हुई। पुंडरीक ऋषि के गुर किशोरी लाल ठाकुर ने भविष्यवाणी में कहा की हम तीनो भाई बहनों के मिलन से हम पुरे देश में दुःख बिमारी दुर और सुख शांति का आशिर्वाद दिया। और दोनों हारियनो को एकता में रहने का भी संदेश दिया।
पुंडरीक ऋषि के कारदार लोतम राम ने कहा चार माह पुर्व बड़ा छम्हुं और पुंडरीक ऋषि अपनी हार्गी पंरम्परा निभा चुके हैं और एक बार फिर से इनके मिलन से वनोगी कोठी के हारियनो में खुशी का महोल बन गया है। बड़ा छम्हुं अपने ओढ़े मनहम गांव से भी अपना शीश लगाया। और सैंकड़ों लोगों उसके गवाह बने। और उसके बाद वंहा से घर के लिए रवाना हुए।