शिमला: मातृ वंदना सप्ताह आयोजन के अंतर्गत आज शिमला शहर में विशाल रैली का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न संस्थाओं से लगभग 500 महिलाओं ने भाग लिया। रैली को अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी कानून एवं व्यवस्था प्रभा राजीव ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। रैली का आयोजन जिला कार्यक्रम अधिकारी (महिला एवं बाल विकास) जिला शिमला द्वारा किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी इरा तंवर ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 2 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक मातृ वंदना सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसका विषय 2019 के लिए ‘‘एक स्वस्थ भारत की आरे सुरक्षित जननी विकसित धारिणी’’ है।
उन्होंने बताया कि रैली का मुख्य उद्देश्य आम जनता में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना द्वारा गर्भवती महिलाओं को दिए जा रहे लाभों के बारे में जागरूक करना था। इस योजना के अंतर्गत मजदूरी की क्षति के बदले में नगद राशि को प्रोत्साहन के रूप में आंशित क्षति पूर्ति प्रदान करना तथा गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान करने वाली माताओं में स्वस्थ रहने के बारे में बताना था। गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व 1000 व 2000 रुपये की दो किश्तें तथा धात्री माता को प्रसव उपरांत 2000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत भी प्रसव के दौरान 700 व 1000 की राशि प्रदान की जाती है। अतः पहला गर्भ धारण करने पर माता को 6 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
उन्होंने बताया कि रैली में ‘पोषण अभियान’ के बारे में भी जागरूक किया गया ताकि हमारा प्रदेश कुपोषण के दुष्परिणामों से पूर्णतयः मुक्त हो सके। सही पोषण होने से देश प्रगति की राह पर अग्रसर होगा। साथ ही स्तनपान, एनीमिया और बच्चों में ऊपरी आहार के महत्व के बारे में भी नारे लगाए गए।
रैली में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के अंतर्गत कन्या भ्रूण हत्या को रोकने व बेटी के महत्व के बारे में सभी को जागरूक करने हेतु नारे लगाए गए। इस रैली के माध्यम से मादक द्रव्य के सेवन के दुष्परिणाम एवं एड्स के रोकथाम के बारे में भी जागरूक किया गया।
रैली में समेकित बाल विकास परियोजना अधिकारी मशोबरा व शिमला शहरी तथा स्थानीय महिलाओं ने भाग लिया।