प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ हाल के विरोध प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्तियों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों को खुद से पूछना चाहिए कि क्या जो कुछ उन्होंने किया, वो ठीक था। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को बताना चाहते हैं कि वे यह न भूलें कि अधिकार और कर्तव्य दोनों महत्वपूर्ण हैं और वे एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। श्री मोदी ने कल लखनऊ में लोक भवन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के बाद समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। मोदी ने कहा कि भारत अप्रत्याशित सफलता के साथ वर्ष 2020 में प्रवेश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार देश के सामने मौजूद समस्याओं और चुनौतियों के समाधान के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 और राम जन्मभूमि से जुड़े मुद्दे काफी समय से लंबित थे और उनकी सरकार ने इन मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से हल कर लिया। श्री मोदी ने कहा कि बेटियों के सम्मान की रक्षा के लिए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए लोगों को नागरिकता देने की समस्या का समाधान भी 130 करोड़ भारतीयों ने निकाल लिया।
मोदी ने लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि सरकारी, अर्धसरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों को इस विश्वविद्यालय से जोड़ा जाएगा और इससे उत्तर प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी। मोदी ने अटल भू-जल योजना की शुरूआत भी की। इसका उद्देश्य सात राज्यों में भू-जल स्तर में सुधार लाना है। श्री मोदी ने कहा कि अटल भू-जल योजना महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के आठ हजार तीन सौ से अधिक गांवों में भू-जल स्तर सुधारने में मदद देगी। प्रधानमंत्री ने रोहतांग दर्रे का नामकरण अटल दर्रे के रूप में किया। उन्होंने कहा कि मनाली से लेह को जोड़ने वाले अटल दर्रे से क्षेत्र के लोगों का भाग्य बदलेगा और पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।