हनुमान जी के जन्मोत्सव पर शिमला के जाखू मंदिर में उमड़ा जनसैलाब, पढ़ें पूरी खबर..       सोलन : पंचायत सचिव ने जन्म प्रमाण पत्र देने के बदले मांगी 1200 रुपये की रिश्वत, विजिलेंस ने पकड़ा, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 21 अप्रैल 2024; आज प्रदोष व्रत के दिन इन 5 राशियों की खुल जाएगी किस्मत, हर क्षेत्र में मिलेगा मान-सम्मान, धन की होगी अपार प्राप्ति       हाईकोर्ट में राज्यसभा चुनाव को चुनौती वाली अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका पर सुनवाई, कोर्ट ने बीजेपी सांसद हर्ष महाजन को नोटिस किया जारी, अब 23 मई को होगी अगली सुनवाई, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 19 अप्रैल 2024; आज एकादशी के दिन इन राशि वालों की चमकेगी किस्मत, घर आएगी सुख-समृद्धि और संपन्नता       गर्मी का मौसम आया, पहाड़ों की रानी शिमला में जलसंकट गहराया, स्मार्ट सिटी के तहत 24 घंटे शहर को पानी देने के सारे दावे हवा       हिमाचल के लाहौल-स्पीति में महसूस किए गए भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग       ऑनलाइन ठगी के दो आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार, आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी , पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल : मणिकर्ण घूमने आया युवक अचानक चलते-चलते हुआ बेहोश, चंडीगढ़ का रहने वाला था मृत युवक, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल में फिर बदलें मौसम के तेवर, लाहौल स्पीति को छोड़कर दस जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी, पढ़ें पूरी खबर..      

पंचांग

आज का पंचांग: 13 फरबरी 2020; जानिए आज का शुभमुहूर्त

February 13, 2020 06:32 AM

हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :- 1:- तिथि (Tithi) 2:- वार (Day) 3:- नक्षत्र (Nakshatra) 4:- योग (Yog) 5:- करण (Karan)

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचांग (panchang) का श्रवण करते थे ।

जानिए गुरुवार का पंचांग

*शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है । *वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है। * नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है। * योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है । *करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है । इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना, पढ़ना चाहिए ।

गुरुवार का पंचांग

बृहस्पतिवार, 13 फरवरी , 2020

विष्णु पूजन मंत्र :

शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम।विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम। लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म ।वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकैकनाथम।।

।। आज का दिन मंगलमय हो ।।

दिन (वार) - गुरुवार के दिन तेल का मर्दन करने से धनहानि होती है । (मुहूर्तगणपति)

गुरुवार के दिन धोबी को वस्त्र धुलने या प्रेस करने नहीं देना चाहिए । गुरुवार को ना तो सर धोना चाहिए, ना शरीर में साबुन लगा कर नहाना चाहिए और ना ही कपडे धोने चाहिए ऐसा करने से घर से लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती है ।

*विक्रम संवत् 2076 संवत्सर कीलक तदुपरि सौम्य *शक संवत - 1941 *अयन - उत्तरायण *ऋतु - शरद ऋतु *मास - फाल्गुन माह *पक्ष - कृष्ण पक्ष

तिथि (Tithi)- पञ्चमी - 20:46 तक तदुपरांत षष्ठी

तिथि का स्वामी - पञ्चमी तिथि के स्वामी सर्पदेव(नाग ) जी है तदुपरांत षष्ठी तिथि के स्वामी कार्तिकेय जी है

पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन नाग देव की पूजा करने से भय तथा कालसर्प दोष दूर होता है। पंचमी को नाग देवता का पूजन करने से घर में किसी की भी सांप काटने से मृत्यु नहीं होती है और अगर सांप काटने से किसी की मृत्यु हो भी गयी हो तो उसे मुक्ति मिलती है, जातक को निर्भयता प्राप्त होती है । पंचमी तिथि को पूर्णा भी कहते है। इस तिथि में कोई भी नया कार्य शुरू करने से उसमे सफलता मिलने की सम्भावना बहुत बढ़ जाती है वह कार्य बहुत लम्बे समय तक चलते है । लेकिन पौष माह की पंचमी को कोई भी नया कार्य नहीं करना चाहिए । शास्त्रों में पंचमी तिथि को कटहल, बिल्ब, और खटाई खाने को मना किया गया है ।

नक्षत्र (Nakshatra)- हस्त - 09:25 तक तदुपरांत चित्रा

नक्षत्र के देवता, ग्रह स्वामी- हस्त नक्षत्र के देवता रवि है तदुपरांत चित्रा नक्षत्र के देवता विश्वकर्मा है ।

योग(Yog) - शूल - 20:03 तक गण्ड

प्रथम करण : - कौलव - 10:09 तक

द्वितीय करण : - तैतिल - 20:46 तक

गुलिक काल : - बृहस्पतिवार को शुभ गुलिक दिन 9:00 से 10:30 तक ।

दिशाशूल (Dishashool)- बृहस्पतिवार को दक्षिण दिशा एवं अग्निकोण का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से सरसो के दाने या जीरा खाकर जाएँ ।

राहुकाल (Rahukaal)-दिन - 1:30 से 3:00 तक।

सूर्योदय - प्रातः 07:04

सूर्यास्त - सायं 18:06

विशेष - पंचमी को बिल्व का सेवन नही करना चाहिए ।

मुहूर्त (Muhurt) - पंचमी तिथि समस्त शुभ कार्यों के लिए उत्तम है परंतु इस दिन ऋण कतई नहीं देना चाहिए।

"हे आज की तिथि (तिथि के स्वामी ), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचाग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो "।

आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

दोस्तों यह साईट बिलकुल निशुल्क है। यदि आपको इस साईट से कुछ भी लाभ प्राप्त हुआ हो, आपको इस साईट के कंटेंट पसंद आते हो तो मदद स्वरुप आप इस साईट पर विजिट करते रहे ।

Have something to say? Post your comment

पंचांग में और

आज का पञ्चाङ्ग, 18 अक्तूबर 2023; (बुधवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय, आज चतुर्थ नवरात्र पर इन मंत्रों का जाप अवश्य करें..

आज का पञ्चाङ्ग, 09 जून 2023; (शुक्रवार); जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

गुरुवार का पंचांग : 08 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..

बुधवार का पञ्चाङ्ग: 07 जून 2023, आज गणेश चतुर्थी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त कब से कब तक, पढ़ें आज का पञ्चाङ्ग..

मंगलवार का पंचांग: 06 जून 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..

आज सोमवार का पंचांग: 05 जून 2023; जानें आज का मुहूर्त और शुभ योग का समय

आज का पंचांग: 04 जून 2023; आज ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा, जानें मुहूर्त और शुभ योग का समय..

आज का पंचांग 12 अप्रैल 2023 बुधवार: आज शीतला सप्तमी व्रत, जानें आज के मुहूर्त और शुभ योग

सोमवार का पंचांग : 27 मार्च 2022; जानिए आज के शुभ मुहूर्त का समय..

गुरुवार का पंचांग : 16 मार्च, 2023; देखें आज का शुभमुहूर्त और शुभयोग का समय ..