पेड़ बचाओ, जीवन बचाओ केवल एक नारा भर नहीं है, ये एक ज़िम्मेदारी है जिसे धरती पर रहने वाले हरेक इंसान को समझना और मानना चाहिये। पेड़ों को बचाने के द्वारा अपने स्वस्थ पर्यावरण और हरी पृथ्वी को बचाने के लिये ये हम सभी के लिये बड़ा मौका है। पेड़ धरती पर जीवन का प्रतीक है और बहुत सारे लोगों और जंगली जानवरों के लिये प्राकृतिक घर है। आज की आधुनिक दुनिया में पेड़ों को बचाना बहुत ज़रुरी है जहाँ शहरीकरण, औद्योगिकीकरण और ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे तकनीकी दुनिया में, जहाँ लोग अपने लिये जीतें है, केवल पेड़ दूसरों के लिये जीते हैं । पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने के लिए हर गांवों और कस्बों में वृक्षारोपण करना होगा। इसलिए हम सभी को अपने धरती और इस पर्यावरण के प्रति हमेसा ही जागरूक होना चाहिए और हमेसा जीवन से जुडी हुई हवा, पानी और प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं की रक्षा के लिए सदैव तत्पर होना चाहिए।
घड़याच में मनाया गया 'वनमोहत्सव', इस साल रोपें गए देवदार और बान के पौधे, वनमोहत्सव का उद्धघाटन हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति धर्म चन्द चौधरी ने किया।
अर्की : (हिमदर्शन न्यूज़ ); विधिक सेवा हिमाचल प्रदेश द्वारा तहसील अर्की की कुंहर पंचायत के अंतर्गत गांव घड़याच में आज स्थानीय जनता के सहयोग से वनमोहत्सव मनाया गया। जिसमे ग्राम पंचायत लोगों तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घड़याच, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरयांज, राजकीय उच्च विद्यालय लडोग, राजकीय माध्यमिक विद्यालय जगून के छात्र छात्राएं तथा उच्च न्यायालय के कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने भाग लिया ।
इस बार गाँव घड़याच मे लगभग 1000 से अधिक देवदार व बान के पौधे लगाए गए । पौधरोपण कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के वन विभाग के अधिकारियों के इलावा इसमें प्रदेश के कई अन्य बड़े आलाधिकारी ने भी शिरकत की।
वनमोहत्सव का उद्धघाटन हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति धर्म चन्द चौधरी ने किया। उन्होंने कहा प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए पौधरोपण आवश्यक है इसके लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए।