राजगढ़ : राजगढ़ शहर के प्रवेश स्थानों पर लगे कूड़े के ढेर राजगढ़ आने वाले आगन्तुकों का स्वागत करते हैं और यह कूड़ेे के ढेर नगर पंचायत राजगढ़ की कार्यशैली को इंगित करते है कि इस शहर में स्वच्छता कार्यक्रम के दावे खोखले नजर आ रहे हैं । शहर की सफाई बारे नगर पंचायत द्वारा कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं की गई है। यही नहीं नगर पंचायत कार्यालय के सामने रखे कूड़ेदान की समय समय पर सफाई न होने पर लावारिस पशु इसमें मुहं मार कर सारा कूड़ा सड़क पर फैला देते हैं । दूसरी ओर शहर में पार्किंग की व्यवस्था न होने पर बाहर से आने वाले लोगों को गाड़ी खड़ा करने के लिए बहुत परेशानी पेश आती है ।
नगर पंचायत कार्यालय के सामने रखे कूड़ेदान की समय समय पर सफाई न होने पर लावारिस पशु इसमें मुहं मार कर सारा कूड़ा सड़क पर फैला रहें है।
उल्लेखनीय है कि राजगढ़ शहर वर्तमान में पच्छाद के अतिरिक्त रेणुका तथा सीमा पर लगते जिला सोलन व शिमला के लोगों का केंद्र बना हुआ है और सैंकड़ों लोग इस शहर में प्रतिदिन खरीद-फरोकत करने आते है । इसके अतिरिक्त पंजाब राज्य के असंख्य लोग इस शहर से होकर बड़ूसाहिब जाते है परन्तु शहर की लचर एवं अव्यवस्थित व्यवस्था के कारण हर व्यक्ति नगर पंचायत और स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न करते है जबकि शहर की कमान स्थानीय प्रशासन के हाथ में हैं चूंकि पिछले 25 वर्षो में इस नगर पंचायत में एक-दो मर्तबा को छोड़कर स्थाई रूप से कोई सचिव् कार्यरत नहीं रहा है जिस कारण सचिव का कार्यभार वर्षो से कई बार एसडीएम अथवा तहसीलदार के पास रहता है और प्रशासनिक अधिकारी अपने कार्यो में व्यस्त होने के कारण शहर के विकास और विशेषकर सफाई की ओर ध्यान नहीं दे पाते हैं ।
शहर में पार्किंग न होने से बाहर से आने वाले वाहन धारकों को पेश आ रही परेशानी
गौरतलब है कि किसी भी शहर की छवि का आकलन उसकी स्वच्छता से होता है चंूकि यदि शहर में सफाई व्यवस्था अच्छी है तो बाहर से आने वाले लोग संबधित शहरी निकाय की कार्यशैली की तारिफ करते हैं और उसका उदाहरण अन्य शहरों को देते हैं । पंजाब से एक सरदार जगवीर सिंह, जो बड़ूसाहिब को ओर जा रहे थे उनका कहना है कि शहर की सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है और पार्किग न होने कारण उन्हें गाड़ी खड़ी करने में बहुत परेशानी हुई और लोगों ने सड़क के दोनो ओर गाड़ियां लगाई है । इसी प्रकार नौहराधार क्षेत्र से आए बलबीर ठाकुर का कहना है कि राजगढ़ शहर में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है बाहर से आने वाले लोगों के लिए गाड़ियों खड़ा करने की कोई व्यवस्था नहीं है और शहर में गंदगी का आलम है । शहर के बुद्धिजीवी व्यक्ति रमेश कुमार का कहना है कि राजगढ़ शहर सिरमौर के पुराने शहरों में से एक है और यह शहर जिस प्रकार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है उसके सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान बनाना होगा चूंकि इस शहर का काफी हिस्सा ग्रामीण परिवेश में आता है शहर के समग्र विकास के लिए कार्य योजना बनानी चाहिए ताकि लोगों को बेहतर नागरिक सुविधाऐं मिल सके ।
क्या कहते है अध्यक्ष नगर पंचायत सतीश कुमार-
अध्यक्ष नपं से जब इस बारे बात की गई तो उन्होने बताया कि कूड़े के लगे ढेर खैरी चोक के साथ लगती सड़क पर है और यह क्षेत्र नगर पंचायत और ग्राम पंचायत कोठिया जाजर की सीमा पर लगता है । उन्होने कहा कि यह कूड़ा यहां के दुकानदारों ने डाला है और शीघ्र ही दुकानदारों के साथ इस बारे बैठक की जाएगी ताकि वह कूड़ा कचरा खुले में न डाले । उन्होने बताया कि शहर में घर-घर से कूड़ा कचरा एकत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है । उन्होने बताया कि शहर में पार्किंग निर्माण के लिए डेढ करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है और शीघ्र ही पार्किग का निर्माणा करवाया जाएगा।