सैंज हुर्चा जौली गड़सा रोड़ के जुड़ने से सैंज घाटी की पच्चीस हजार आबादी को होगा फायदा: हितेश्वर सिंह
नगर संवाददाता सैंज : सैंज घाटी को जिला मुख्यालय व राष्ट्रीय राजमार्गों से तोड़ने बाले पागल नाला का तोड़ रैला वार्ड जिला परिषद सदस्य हितेश्वर सिंह व पँचायत प्रधान गीता देवी के अथक प्रयासों से सफल हो पाया है वीते दिनों सैंज हुर्चा जौली भलान गड़सा रोड़ के दोनों छोर को आपस मे मिला लिया गया है स्थानीय किसानों , बागबानों , व लोगो को कई दशकों से सता रहे पागल नाला बन्द होने पर भी अब लोग जिला मुख्यालय के विभिन कार्यालयों व जिला मुख्यालय के अस्पतालों से जुड़ सकते है गौर रहे कि सैंज घाटी को अंतरराष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने बाली घाटी में एक ही सड़क है उस सड़क पर थोड़ी से बारिश हो जाने से पागल नाले की तरह कई नाले बाधा पहुचते है और बीमार लोगो व किसान बागबानों को घण्टो रोड़ खुलने की प्रतीक्षा करनी पड़ती है।
इन सभी दुविधाओं के लिए सैंज हुर्चा जौली भलान गड़सा मार्ग एक अच्छा विकल्प के रूप में सामने आया है सोमबार को इस मार्ग को आपस मे जुड़ने के उपलक्ष्य पर रैला वार्ड के जिला परिषद सदस्य मौजूद रहे उन्होंने कहा है कि इस मार्ग को जोड़ने के लिए हमने पँचायत प्रधान , लोगो के साथ कई वर्षो से कड़ी मेहनत की है यह मार्ग अब पागल नाले का भी एक मात्र बिकल्प बन गया है उन्होंने कहा कि इस सड़क के बनने से सैंज घाटी की पच्चीस हजार आबादी को फायदा होगा ।
इस मौके पर स्थानीय पर स्थानीय पँचायत की प्रधान गीता देवी , उप प्रधान चमन लाल, पँचायत समिति सदस्य रूमा देवी, वार्ड पंच हुक्मदासी , यशपाल बजीर, ठाकर दास , राम सिंह बजीर, वेद राम बजीर, नारायण चन्द, धनी राम, प्रेम सिंह शर्मा आदि ने खुशी जाहिर करते हुए सरकार से माँग की है कि इस मार्ग को शीघ्र बाईपास के रूप में लोकनिर्माण विभाग के माद्यम से जोड़ा जाए!