न्यूयॉर्क जाने की सनक इस कदर हावी हुई कि एक लड़के ने अपना हुलिया 81 साल के बूढ़े का बना डाला। यह अलग बात है कि तमाम कोशिशों के बाद भी वो सुरक्षा और जांच एजेंसियों की नजर से बच नहीं सका।
शिमला: 32 साल का एक गुजराती शख्स अमेरिका जाने के लिए 81 साल का बुड्ढा बन गया। उसके बाद दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। हालांकि, यहां जब उसकी चेकिंग हुई तो उसकी पोल खुल गई। हुबहू 81 साल का दिखने के बावजूद भी उसे अमेरिका का वीजा नहीं मिल पाया। एयरपोर्ट की सिक्योरटी से जुड़े कर्मचारियों ने अब उस शख्स को दिल्ली पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। शख्स की पहचान जयेश पटेल के रूप में हुई है, जो कि अहमदाबाद का रहने वाला है। उसने बताया कि बार-बार इंटरव्यू देने के बाद भी उसे अमेरिका के न्यूयॉर्क जाने का वीजा नहीं मिल रहा था। जिसके बाद उसने अपना गेटअप चेंज करने का फैसला लिया था।
अमेरिका जाने का इंटरव्यू क्लियर नहीं कर पा रहा था जयेश
बकौल जयेश पटेल, ''गेटअप चेंज करने के साथ ही मुझे पासपोर्ट में अपना नाम, पता उम्र और अन्य दस्तावेज भी बदलने पड़े। जो कि फर्जी बनवाए गए। यह सब इंतजाम होने पर मुझे वीजा मिल गया। हालांकि, दिल्ली एयरपोर्ट पर सिक्योरटी चेकिंग के दौरान अधिकारियों को शक हो गया।'' रिमांड पर लिए जाने पर शख्स की असलियत सामने आई।
बता दें कि, अमरिका के वीजा के लिये व्यक्ति को इंटरव्यू की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। हालांकि, अहमदाबाद के जयेश पटेल को काफी इंटरव्यू देने के बाद भी वीजा नहीं मिल पाया था। नियमों के अनुसार, अमेरिका जाने के लिए 14 साल तक के बच्चों औऱ 80 साल की उम्र से ऊपर के बुजुर्गों का इंटरव्यू नहीं होता है। इसीलिए, जयेश पटेल ने खुद का गेटअप चेंज करने की ठानी। उसने किसी दूसरे व्यक्ति के पासपोर्ट पर अमेरिका जाने की तैयारी कर ली। उसने सफेद दाड़ी लगवाई और चेहरे पर अन्य बदलाव भी करवाए।
व्हीलचेयर से खड़ा होने को कहा को मना किया
दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने पर जयेश हवाई जहाज में बैठने को उत्सुक था। हालांकि, तभी सिक्योरटी चेकिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ा। अधिकारियों की टीम ने उसे इमिग्रेशन के बाद भी पहचान लिया। पुलिस के अनुसार, जयेश ने अपना नाम अमरिक सिंह रख लिया था। वह व्हीलचेयर पर बैठा था। हमने उससे नीचे उतरने को कहा तो उसने असमर्थता जताई। जिसके बाद संदेह हुआ। फिर, हमने उसकी त्वचा और आंखों की जांच की, तो उसकी उम्र 81 साल नहीं 30 या 32 साल लगी।
शक होने पर सीआईएसएफ ने पूछताछ की और पोल खुली
सीआईएसएफ ने उसे रिमांड पर लिया तो उसकी पूरी कहानी सामने आई। उसने कहा कि, वह 32 साल का है और उसे अमेरिका जाना है। अमेरिका के वीजा के इंटरव्यू से बचने के लिये ऐसा किया है।' उसकी बातें सुनने के बाद सीआईएसएफ ने दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है। सीआईएसएफ ने यह भी बताया कि जयेश पटेल के पासपोर्ट में गलत जन्म तिथि एवं नाम था।
दिल्ली पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया
जयेश पटेल ने अपनी दाढ़ी, सफ़ेद बाल और अपनी जन्मतिथि 1 फरवरी, 1938 को एक पासपोर्ट में दिखाई थी। उसने शून्य संख्या का चश्मा भी पहना था। ऐसा करके, जयेश पटेल ने इमिग्रेशन की मंजूरी भी ले ली थी।
सीआईएसएफ अफसर ने क्या कहा?
सीआईएसएफ (CISF) के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, ''उस शख्स का असली नाम जयेश पटेल है और वह 32 साल का है। वह अहमदाबाद में रहता है। उसने 81 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक जैसा गेटअप चेंज किया था।''
News source: सोशल मीडिया