नई दिल्ली: LPG गैस की कमी से निपटने के लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) एलपीजी गैस (LPG Gas) की राशनिंग करने का फैसला ले सकती हैं. राशनिंग का मतलब उन्हीं ग्राहकों को वरीयता देना है, जिनके पास एक ही सिलेंडर है. बीते दिनों सऊदी अरब (Saudi Arab) की सरकारी तेल कंपनी अरामको पर ड्रोन हमले और नवी मुंबई में ओएनजीसी प्लांट में आग लगने के बाद से कच्चे तेल (Crude Oil) की सप्लाई में कमी आ गई है. इसके बाद अब खबर आ रही है कि घरेलू तेल मार्केटिंग कंपनियां (Oil Marketing Companies) रसोई गैस (Cooking Gas) की राशनिंग कर सकती हैं.
लाइव मिंट की खबर के अनुसार, अभी LPG की कमी नहीं है, लेकिन इसके सप्लाई में कमी आई है. सप्लाई में कमी के चलते ही सरकारी कंपनियां राशनिंग करने जा रही हैं. इसका मतलब दो सिलेंडर रखने वालों की तुलना में एक सिलेंडर रखने वालों पर अधिक ध्यान देना है.
3 सितंबर को नवी मुंबई स्थित ओएनजीसी के प्लांट में आग लगने के बाद से घरेलू एलपीजी की सप्लाई घट गई थी. उधर, सितंबर में सऊदी अरामको (Saudi Aramco) पर ड्रोन हमले के बाद कच्चे तेल और कुकिंग गैस की सप्लाई बाधित हुई. पिछले माह ही मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स में एलपीजी (LPG) सप्लाई बाधित रही.
हालांकि तेल मंत्रालय ने सुनिश्चित किया है कि फेस्टिव सीजन में एलपीजी सप्लाई की कमी नहीं होने दी जाएगी. एक सरकारी तेल कंपनी के एक अधिकरी ने बताया है कि एलपीजी मांग को पूरा करने के लिए एक टेंडर फ्लोट किया गया था, जिस पर बेहतर रिस्पांस देखने को मिला था. नवी मुंबई से 15 अक्टूबर तक सप्लाई बाधा नहीं रहेगी।
News source: न्यूज़ स्टेट डॉट कॉम