हिमाचल प्रदेश की युवा पीढ़ी नशे की दलदल में धंसती जा रही है। बदलते परिवेश के साथ-साथ नशे की किस्में भी बदली हैं। सबसे पहले चरस, अफीम और चूरा-पोस्त जैसे नशे देखने को मिलते थे, उसके बाद मैडीकल नशे सामने आए लेकिन अब युवा पीढ़ी सिंथैटिक ड्रग्स में से चिट्टे के चंगुल में फंस चुकी है। हिमाचल में नशे पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने जोरों से अभियान चलाया हुआ है। लेकिन फिर भी हिमाचल पुलिस चीटे के कारोबारियों की तह तक नही पहुँच पा रही है यह एक मंथन का विषय बनता जा रहा है। कि आखिर सैकड़ों नशेड़ियों को पकड़ने के बाद भी हैरोइन के सरगना क्यों नही पकड़े जा रहे है ?
शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में चिट्टे की तस्करी और सेवन के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। शिमला पुलिस ने चिट्टे के दो मामलों में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। दो अलग-अलग स्थानों पर पुलिस ने 85 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। पुलिस ने तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. एक अन्य मामले में पुलिस ने 99 हजार रुपये भी पकड़े हैं।
नाके के दौरान पकड़े युवक
जानकारी के अनुसार, ठियोग से आगे कुमारसैन के किंगल में पुलिस ने कार सवार दो युवकों से 84 ग्राम चिट्टा मिला. वहीं, ठियोग में युवक से एक ग्राम चिट्टे और 99 हजार नगद पकड़े गए हैं। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
शिमला पुलिस के अनुसार, सोमवार रात कुमारसैन के पास किंगल में कार को चेकिंग के लिए रोका गया. कार की फ्यूल पाइप से इस दौरान एक प्लास्टिक की थैली चिपकी हुई मिली। जांच में पता चला कि इसमें चिट्टा है। इसके बाद पुलिस ने लूहरी, आनी और शिमला के कांदल गांव, ननखड़ी के दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
डेढ़ ग्राम चिट्टे और 99 हजार रुपये के साथ पकड़ा युवक
दूसरे मामले में पुलिस ने फागू के पास नाके के दौरान कार सवार युवक से डेढ़ ग्राम चिट्टा, नशे की गोलियां और 99 हजार 140 रुपए पकड़े। युवक ठियोग के शिरगुल गांव का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी युवकों के खिलाफ एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज किया है।
बता दें कि देश भर में दिल्ली के रास्ते हेरोइन का कारोबार फैल रहा है। इस कारोबार में सबसे अधिक नाइजीरियन शामिल हैं। कोड वर्ड चिट्टे के जरिये हेरोइन सप्लाई का पूरा नेटवर्क चल रहा है। सूत्रों की मानें तो इसकी सप्लाई में नाइजीरियन सबसे अधिक संलिप्त हैं। पंजाब व आसपास के क्षेत्र में चिट्टे के रूप में प्रसिद्ध हेरोइन को सबसे अधिक खरीदा जाता है। और अब पंजाब से लगते हिमाचल के जिला ऊना से होता हुआ पूरे प्रदेश में यह नशे का कारोबार ने पांव पसार चुका है। अब यह कारोबार थमता नजर नही आ रहा है। देव भूमि में चिट्टे पहुंचाने के लिए आरोपी अलग-अलग रास्ते अपना रहे हैं।