बिलासपुर: घुमारवीं की सेऊ पंचायत के गांव भदरोग में बुधवार तड़के दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। भदरोग गांव के विद्युत बोर्ड में चपरासी के पद पर कार्यरत एक व्यक्ति ने पहले अपनी पत्नी और बेटी पर लोहे के हथौड़े से हमला कर उन्हें बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। इसके बाद पत्नी और खुद पर तेल छिड़ककर आग लगा ली। इस दौरान पति व पत्नी दोनों की आग में झुलसने से मौत हो गई, जबकि बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल बेटी को 108 एंबुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल घुमारवीं लाया गया। जहां पर उपचार के बाद उसे घर भेज दिया है। पति-पत्नी के अधजले शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर उनका पोस्टमार्टम करवाया। जानकारी के मुताबिक पंचायत सेऊ के गांव भदरोग में 43 वर्षीय रामकृष्ण पुत्र जय सिंह ने अपने हंसते-खेलते परिवार को खुद ही तबाह कर दिया।
इस घटना को राम कृष्ण ने बुधवार सुबह करीब पौने सात बजे अंजाम दिया। सुबह उसकी पत्नी कांता देवी गोशाला से दूध लेकर वापस आई, तो उनके बीच कुछ कहासुनी हो गई। इस दौरान रामकृष्ण ने भीतर से दरवाजे को कुंडी लगाकर बंद कर दिया तथा वहां पड़े लोहे के हथौड़े से पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। इससे कांता देवी के सिर व मुंह पर काफी चोटें आईं। इस लड़ाई-झगड़े में उनकी आठ वर्षीय बेटी भी चपेट में आ गई, जिसे कांता देवी ने धक्का देकर जैसे-तैसे कमरे से बाहर निकाल दिया। राम कृष्ण द्वाराभीतर से दरवाजा बंद करने से बच्ची जोर-जोर से चीखने लगी। बच्ची की रोने की आवाजें सुनकर व घर से आग का धुआं उठता देखकर वहां पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए।
सूचना पाकर पुलिस व फायर बिग्रेड के कर्मियों सहित एसडीएम शशिपाल शर्मा तथा डीएसपी राजेंद्र जसवाल भी मौके पर पहुंच गए। जब लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर भीतर देखा, तो पति-पत्नी बुरी तरह से आग की चपेट में आकर दम तोड़ चुके थे। डीएसपी राजेंद्र जसवाल ने बताया कि पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है।