भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को बीसीसीआई के नए अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। पिछले कुछ समय से बीसीसीआई में कोई भी अध्यक्ष पद पर नहीं है और बीसीसीआई के कामकाज में कोई योजनाबद्ध तरिका नजर नहीं आ रहा है। ऐसी स्थिति में जब बीसीसीआई की छवि कुछ खास नहीं है तब सौरव गांगुली इस संस्था की बागडौर संभालने जा रहे हैं।
सौरव गांगुली के अध्यक्ष बनने के बाद उनसे हैं बड़ी उम्मीदेंभारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी भी सौरव गांगुली ने उस समय संभाली थी जब भारतीय क्रिकेट पूरी तरह से टूट चुकी थी और वो एक सहारे का इंतजार कर रही थी तभी दादा ने इसकी अगुवायी की और भारतीय क्रिकेट को एक नया आयाम दिया।
कुछ उसी तरह से अब सौरव गांगुली से वहीं उम्मीदें हैं कि वो भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड में भी उसी तरह से मुश्किलों से निकाले जैसे उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए किया।
रवि शास्त्री और सौरव गांगुली के विवाद नहीं हैं किसी से छिपे
सौरव गांगुली बीसीसीआई के नए अध्यक्ष के रूप में 23 अक्टूबर को अपने कार्यकाल को शुरू कर देंगे। ऐसे में उनके सामने कई चुनौती हैं जिनको बीसीसीआई के अध्यक्ष रहते उन्हें फिर से बहाल करना है। लेकिन उनकी भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री के साथ अनबन छुपी नहीं रह रही है।सौरव गांगुली और रवि शास्त्री के बीच काफी समय पहले से विवाद चल रहा है। सौरव गांगुली जब सीएसी के सदस्य थे तो उन्होंने 2016 में रवि शास्त्री को नजरअंदाज कर अनिल कुंबले के नाम पर भारतीय टीम के मुख्य कोच की मुहर लगायी थी तब शास्त्री और गांगुली का विवाद खुलकर सामने आया था।
उसी समय रवि शास्त्री ने सौरव गांगुली पर जानबूझकर उन्हें रास्ते से हटाने का आरोप लगाया था। एक बार फिर जब बीसीसीआई के आका के रूप में सौरव गांगुली अपना पदभार ग्रहण करेंगे तो रवि शास्त्री को लेकर सवाल तो जरूर सामने आएंगे।उसी तरह से सौरव गांगुली को रवि शास्त्री के बारे में सवाल किया गया। जब रिपोर्टर ने सौरव गांगुली से पूछा कि भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री के साथ बात हुई है क्या? तो सौरव गांगुली ने मजाकिया लहजे में हंसते हुए जवाब दिया कि ' क्यों अब रवि शास्त्री ने क्या कर दिया ? '
आपको बता दें कि रवि शास्त्री और सौरव गांगुली के बीच मतभेद तो रहे हैं लेकिन हाल ही में रवि शास्त्री ने सौरव गांगुली के रिश्तों को लेकर कहा था कि 'हम दो पूर्व कप्तान हैं। तर्क तो होंगे। हर कोई समय एक ही पेज पर नहीं होगा। लेकिन आपसी सम्मान है।'