डिप्टी सीएम ने लोकसभा चुनाव लड़ने से किया इनकार, बोलें- मैं राजनीति में ऐसे स्थान पर हूँ , जहां न तो मुझे कोई चुनाव लड़ने के लिए बाध्य कर सकता है, न विवश कर सकता है और न ही कोई मुझ पर चुनाव थोप सकता है। मैं राजनीति अपने मन की करता हूँ, अपनी शर्तों पर करता हूँ, और अपने हिसाब से करता हूँ। तो इसलिए कौन शाजिस कर रहा है ? कौन षड्यंत्र कर रहा है? हम इन चींजों से ऊपर निकल चुके है। हमारी राजनीति इनसे ऊपर की है, देखें पूरा वीडियो और क्या क्या बोले हिमाचल के उपमुख्यमंत्री..
शिमला: (HD News) हिमाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों और विधानसभा की 6 सीटों पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस में अभी भी कशमकश चल रही है। इसी बीच प्रदेश के दिग्गज कांग्रेसी नेता और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का नाम भी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से अनुराग ठाकुर के मुकाबले काफी ट्रेंड कर रहा था। यहां तक कि उन्हें कई सर्वेक्षण में टॉप कंटेंडर भी बताया गया, लेकिन उपमुख्यमंत्री ने सीधे और स्पष्ट शब्दों में ऐसा कोई भी प्रस्ताव होने से इनकार कर दिया है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को पूरी तरह से विराम दे दिया है। हालांकि, कुछ दिन पूर्व उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री भी लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को विराम दे चुकी है। ऊना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते हैं की ना तो वह यह चुनाव लड़ रहे हैं और ना ही उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री किसी चुनावी मैदान में उतर रही हैं।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री को लोकसभा चुनाव लड़ने के साथ गगरेट विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने का भी प्रस्ताव मिला था। उन्होंने बड़ी विनम्रता के साथ यह चुनाव लड़ने में असमर्थता जता दी थी। वहीं, मुकेश अग्निहोत्री ने स्पष्ट किया कि उनको चुनाव लड़ने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हाल ही में उनकी धर्मपत्नी का निधन हुआ है, जिसके चलते उनके परिवार अभी उस सदमे से उबर भी नहीं पाया है। इन परिस्थितियों में किसी भी प्रकार का चुनाव लड़ने के बारे में न तो वह सोच सकते हैं और न ही उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री।
उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश के कुछ पत्रकारों को भी बार-बार लोकसभा चुनाव में उनका नाम घसीटने पर नसीहत दी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि उनका नाम बार-बार सर्वेक्षण में टॉप पर होने की बात कही जा रही है। वे लगातार पांच चुनाव जीतकर उपमुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे हैं और जब भी सर्वे हुआ है, वह हर सर्वे में अव्वल रहे हैं। किसी भी राजनीतिक दल में टिकट का आवंटन उसका हाईकमान करता है। लेकिन कुछ पत्रकार खुद ही टिकट आवंटन करके बैठे हैं। उन्होंने हैरानी जताई कि इस तरह के सर्वे ऐसे के लोगों के पास आसानी से पहुंच जाते हैं, लेकिन जिसके संबंध में वह सर्वेक्षण हो उसे ही पता नहीं होता।
मैं राजनीति में ऐसे स्थान पर हूँ , जहां ना तो मुझे कोई चुनाव लड़ने के लिए बाध्य कर सकता है, ना विवश कर सकता है और ना ही कोई मुझ पर चुनाव थोप सकता : मुकेश अग्निहोत्री
अग्निहोत्री ने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति का अधिकार सभी को है। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में ऐसे स्थान पर हूँ , जहां ना तो मुझे कोई चुनाव लड़ने के लिए बाध्य कर सकता है, ना विवश कर सकता है और न ही कोई मुझ पर चुनाव थोप सकता है। मैं राजनीति अपने मन की करता हूँ, अपनी शर्तों पर करता हूँ, और अपने हिसाब से करता हूँ। तो इसलिए कौन शाजिस कर रहा है ? कौन षड्यंत्र कर रहा है? हम इन चींजों से ऊपर निकल चुके है। हमारी राजनीति इनसे ऊपर की है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, "उनके परिवार में हाल ही में एक बड़ा हादसा हुआ है। उनकी धर्मपत्नी के निधन के बाद से उनका परिवार अभी इस दुख से उबरने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, उन्होंने कांग्रेस हाईकमान द्वारा उनकी बेटी को चुनाव लड़ने का प्रस्ताव करने पर भी आभार व्यक्त किया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह किसी भी कार्यकर्ता के लिए गौरवपूर्ण क्षण होता है।