शिमला : देश मे बैंकों के विलय के विरोध और अन्य मांगों को लेकर अधिकारियों की चार यूनियन 26 और 27 सितंबर को हड़ताल करेंगी। हड़ताल गुरुवार और शुक्रवार को होगी। इधर, शनिवार और रविवार को अवकाश होने से बैंकों में चार दिन का अवकाश हो जाएगा। रविवार को नवरात्र स्थापना है जिससे चार दिन बैंकों से लेन-देन नहीं हो पाने की संभावना है। हड़ताल में अधिकारियों के चार संगठन एआईबीओसी, एआईबीओए, आईएनबीओसी, एनओबीओ के सदस्य शामिल होंगे। इसके बाद शनिवार और रविवार का अवकाश रहेगा। ऐसे में लोगों को नवरात्र स्थापना से चार दिन पूर्व ही पैसों की व्यवस्था करनी होगी।
ये हैं मांगेंं :
वेतन समझौता होने के दो वर्ष बाद भी इसे लागू नहीं किया गया है जिसे जल्द लागू किया जाए। बैंकों में पांच दिन का सप्ताह किया जाए। बैंकों में लागू नेशनल पेंशन स्कीम की विसंगतियों को दूर किया जाए। उपभोक्ताओं की सर्विस चार्ज में बढ़ोतरी को कम किया जाए। कार्यालय में कार्य के घंटे निर्धारित किए जाएं।
एटीएम भी हो सकते हैं बंद :
विभिन्न बैंकों में अधिकारियों की अनुपस्थिति जहां राशि के लेन-देन को प्रभावित करेगी, वहीं एटीएम में भी राशि खत्म होने की पूरी संभावना है। एटीएम में राशि डालने का कार्य भी अधिकारियों की देखरेख में होता है। बुधवार को डाली जाने वाली राशि चार दिन तक उपलब्ध रह पाएगी, इसकी संभावना कम है क्योंकि त्योहारों पर लेन-देन अधिक होता है। हड़ताल से लीड बैंक का कोई लेना-देना नहीं है। जहां तक एटीएम की बात है तो इनमें पूरी क्षमता जितनी राशि भरी जाएगी। राशि खत्म होने के बाद समस्या हो सकती है। हड़ताल होगी या नहीं, यह 24 और 25 तारीख को स्पष्ट होगा।