अर्की, शहनाज़ (हिमदर्शन न्यूज़); उपमंडल की ग्राम पंचायत बखालग के प्रसिद्ध बनिया देवी मंदिर में राम कथा का शुभारंभ हो गया ! कथा के पहले दिन कथा व्यास आचार्य जगमोहन शास्त्री ने श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कहा कि यदि मानव को चरित्र निर्माण करना है तो समाज को श्री राम चरित मानस को जीवन में प्रतिदिन पढ़ना एवं मनन करना चाहिए ! उन्होने कहा कि कलियुग में संत शिरोमणि बाबा तुलसी दास जी ने यह ग्रंथ लिखा ! इस ग्रंथ में मानव का जीवन कैसा होना चािहए इस बारे में विस्तार से बताया गया है ! इस ग्रंथ में भगवान राम ने मानव को जीवन जीने की कला सिखाई है ! जहां त्याग हो वहां प्रेम बढ़ता है ! रामायण एक आदर्श समाज का निर्माण करता है ! शास्त्री जी ने बताया कि जिसके भी जीवन में रामकथा आई उसका जीवन ही बदल गया ! सुग्रीव एक बंदर है पर एक कथा वाचक के साथ रहता है और वह कथा वाचक भगवान श्री राम जी का अनन्य प्रेमी है ! हनुमान नाम से वह जगत प्रसिद्ध है ! श्री हनुमान जी का अखंड नियम है कि जहां भी जाते हैं वहां श्री राम जी की कथा ही सुनाते हैं ! चाहे वह सुग्रीव हों चाहे राक्षस विभीषण हो ! चाहे लंका की नगरी में अशोक वाटिका में बैठी मां सीता हों श्री हनुमाना जी सभी का श्रीराम कथा सुनाकर श्री राम से जोड़ते हैं ! कथा व्यास शास्त्री जी ने सभी श्रोताओं से आहवान किया कि श्री राम कथा सभी को सुननी चाहिए तथा इसके सार को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए ! क्यों रामः विग्रहवान धर्मः अर्थात राम ही धर्म है तथा एषः धर्म सनातनः अर्थात यही सनातन है ! यतो धर्मस्ततो जयः अर्थात जहां धर्म होता है वहीं श्री राम की भांति विजय होती है ! कथा आरंभ से पूर्व महिलाओं व बच्चों ने कलश यात्रा निकाली !