कांगड़ा: पहली अगस्त से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी मेलों के लिए जिला कांगड़ा के तीनों शक्तिपीठ पूरी तरह से तैयार हैं। ज्वालामुखी, चामुंडा और बज्रेश्वरी मंदिर में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। तीनों ही मंदिरों के कपाट सुबह पांच बजे खोल दिए जाएंगे, जो देर रात करीब 10 बजे तक खुले रहेंगे। वहीं स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों में दर्शनों के लिए विशेष सुविधा मंदिर प्रशासन की ओर से की गई है।
चामुंडा मंदिर में सुबह की आरती 8 बजे और शाम को 7:30 बजे होगी। इस दौरान मा चामुंडा को सुबह हलवे और चने का भोग लगाया जाएगा, दोपहर 12 बजे पूरी और सब्जी व रात को आरती के बाद देसी घी से व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा।
बज्रेश्वरी मंदिर में सुबह साढ़े छह बजे आरती होगी। मंदिर परिसर व शहर में 50 होमगार्ड व 20 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। मंदिर अधिकारी नीलम राणा ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए 20 अतिरिक्त सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं।
शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में वीरवार से श्रावण मेले विधिवत पूजा-अर्चना व झंडा रस्म के बाद शुरू होंगे। 6 से 9 बजे तक स्थानीय लोगों के लिए दर्शनों की विशेष व्यवस्था रहेगी। ज्वालामुखी मंदिर में नौ दिनों तक चलने वाले मेलों के दौरान अतिरिक्त कर्मी तैनात रहेंगे, जो श्रद्धालुओं के लिए पीने का पानी और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखेंगे। मंदिर के गर्भ गृह में नारियल ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। 100 पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे। इसके अलावा 51 सीसीटीवी कैमरों के जरिये कंट्रोल रूम से चप्पे-चप्पे की नजर रखी जाएगी। वहीं एसडीएम ज्वालामुखी व सहायक मंदिर आयुक्त अंकुश शर्मा व मंदिर तहसीलदार जगदीश शर्मा व अन्य कर्मियों ने ज्वालाजी मंदिर में मेलों की तैयारियों का जायजा लिया।
ज्वालाजी मंदिर में आरतियों का समय
पहली आरती : सुबह 5 से 6 बजेदूसरी आरती : 11:30 से 12:30 बजे तीसरी आरती : सायं 7 से 8 बजे।चौथी आरती : 9 बजे से 9:30 बजे पांचवीं आरती : 9:30 से 10 बजे।