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शिमलाः (हिमदर्शन समाचार); IAS अधिकारी निशा सिंह ने 14 जुलाई 2022 का जिक्र करते हुए कहा कि मुझसे जूनियर अफसर को मुख्य सचिव के पद पर तैनात कर दिया। इसके पीछे भी सरकार की ओर से कोई ठोस कारण नहीं बताए गए। इसके बावजूद मैं अपनी डयूटी पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ करती रही। इस समय प्रदेश में आम जनमानस स्वयं सहायता समूह, पशुपालन, वानिकी, नशीले पदार्थों का सेवन आदि तमाम बड़ी समस्याओं से जूझ रहा है तब भी मैंने इन सबके समाधान के लिए सकारात्मक रुख अपनाया। (ADVT2)
उन्होंने ये अहम प्वाइंट पर सामने रखे हैं-
० कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन को अधिसूचित नहीं किया गया है।
० कोई प्रशासनिक पदानुक्रम या विभागों का हवाला नहीं दिया गया है, जो मुझे रिपोर्ट करेंगे।
० किसी भी प्रकार का कोई संस्थागत समर्थन अधिसूचित नहीं किया गया है। प्रशासनिक व्यवस्था महिला अधिकारियों के हित में नहीं इस शिकायत में उन्होंने कहा है कि मुझे आपत्ति है कि एक जूनियर अधिकारी की समझ जिसे मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है, मेरी तुलना में बेहद कम है। वे मुझसे जुड़े सरकारी मामलों पर सीएम, मंत्री को सलाह नहीं दे सकता।
० वह मेरे मामलों में किस आधार पर हस्तक्षेप कर रहा है। ऐसा लगता है कि वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्था महिला अधिकारियों और आम महिलाओं के हितों के लिए बिल्कुल भी नहीं है। (ADVT4)
आईएएस एसोसिएशन का प्रेसीडेंट होने के नाते मेरे पास ऐसी बहुत सी आईएएस और एचएस महिला अधिकरी अपनी समस्याएं लेकर आती हैं, जिनके साथ अन्याय हो रहा है। मैंने उनकी समस्याओं के समाधान के लिए भरसक प्रयास किए हैं। यदि महिलाओं के प्रति सहानुभूतिपूर्ण रवैया और न्याय नहीं है, तो महिला अधिकारी और आम महिलाएं कहां जाएं ? (ADVT3) (ADVT5)