डॉक्टर भगवान होते हैं, क्योंकि वे बीमार मरीजों की जान बचाते हैं। लेकिन ऐसा कम ही सुना जाता है कि एक ही मोहल्ले से 3 डॉक्टर निकल आएं। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी में यह चमत्कार हुआ है। मेहनत, लगन और समर्पण की मिसाल इन तीनों "angel" को देखकर न सिर्फ उनके माता-पिता और मोहल्ले के लोग, बल्कि जिले में भी खुशी की लहर है। पढ़ें विस्तार से..
सोलन: (HD News); हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के बद्दी में यह चमत्कार हुआ है। बद्दी के एक ही वार्ड में सफेद एप्रन के साथ गले में स्टेथेस्कोप टांगे तीन ऐंजिल्स निकली हैं। मेहनत, लगन और समर्पण की मिसाल इन तीनों फरिश्तों को देखकर न सिर्फ उनके माता-पिता और मोहल्ले के लोग, बल्कि जिले में भी खुशी की लहर है। एमबीबीएस की परीक्षा पास करने वालीं अन्ना शर्मा, नफीसा और प्रीति कौशल ने मेडिकल के क्षेत्र में इस बड़ी उपलब्धि को हासिल कर अब एमडी की पढ़ाई शुरू कर दी है।
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बद्दी के वार्ड नंबर 2 की ऑरोबिंदो स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद देहरादून की एसजीआरआर यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। इसी वार्ड की नफीसा पुत्री मोहम्मद आशिक ने बद्दी के ही बीआर पब्लिक स्कूल से 12वीं पास करने के बाद फरीदाबाद की अल-फला यूनिवर्सिटी से डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी की।
वहीं, प्रीति कौशल पुत्री अशोक कौशल ने कसौली के पाइन ग्रोव स्कूल से 12वीं पूरी करने के बाद एमएमयू कुम्हाटी से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की।डॉक्टरी की पढ़ाई आसान नहीं होती। रास्ते में कई तरह की मुश्किलें और चुनौतियां आती हैं। फिर घर की दहलीज लांघकर बाहर पढ़ना भी लड़कियों के लिए आसान नहीं होता। ऐसे में अगर परिवार से हर कदम पर हौसला मिलता रहे तो मंजिल आसान हो जाती है।
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बद्दी की तीनों बेटियों के साथ यही सबसे अच्छी बात यह रही कि उनके साथ परिवार का हौसला हमेशा रहा।पढ़ाई में तो तीनों शुरुआत से ही अव्वल रहीं। बचपन से ही उन्होंने डॉक्टर बनने का ख्वाब पाल रखा था। उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की। अब ये तीनों विशेषज्ञ डॉक्टर बनकर मरीजों की सेवा करना चाहती हैं, साथ ही लोगों की जीवनरक्षा करना भी उनका मकसद है।
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