भाजपा ने सुक्खू सरकार पर अब तक का सबसे तीखा वार बोलते हुए उसे ‘अली बाबा और चालीस चोर’ की सरकार करार दिया है। आरोप है कि मंडियों की नीलामी से लेकर सेब सीजन के कलेक्शन सेंटर तक, हर जगह भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है। भाजपा का दावा है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर रिश्तेदारों और चहेतों को औने-पौने दाम में दुकानें बांटी गईं, करोड़ों का घोटाला हुआ और पारदर्शिता को धत्ता बताते हुए प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाई गई। पढ़ें विस्तार से..
शिमला : (HD News); हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संदीपनि भारद्वाज ने सीधा आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार की चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि "मुख्यमंत्री का पांव इतना भारी है कि उनके सत्ता में आते ही प्रदेश में आपदाओं का सिलसिला शुरू हो गया" और अब मंडियों में भी लूट-खसोट का खुला खेल चल रहा है।
APMC नीलामी में ‘मित्रों को तोहफा’
भारद्वाज ने खुलासा किया कि APMC में दुकानों की नीलामी में पारदर्शिता का गला घोंटा गया। दुकानों का बेस प्राइस 4, 510 रुपये तय किया गया, लेकिन इन्हें महज 4, 600 रुपये प्रतिमाह की दर पर चहेतों में बांट दिया गया। विभाग की सचिव पवन सैनी ने अपने रिश्तेदार अनिरुद्ध सैनी को शिलारू की शॉप नंबर 27 सिर्फ 2, 850 रुपये प्रतिमाह में दे दी, जबकि भाजपा सरकार के समय यह किराया 25 हजार से 80 हजार रुपये प्रतिमाह तक था। इतना ही नहीं, इस सौदे के तुरंत बाद सचिव का तबादला कर दिया गया।
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अंधाधुंध आवेदन रिजेक्ट, भ्रष्टाचार के आरोप पुख्ता
पराला मंडी में 34 दुकानों के लिए 52 आवेदन आए, जिनमें से 18 को बिना कारण ठुकरा दिया गया। टूटू में 8 दुकानों के लिए 17 में से 9 आवेदन रिजेक्ट, शिलारू में 28 दुकानों के लिए 64 में से 36 आवेदन खारिज कर दिए गए। भाजपा का आरोप है कि ये सभी रिजेक्शन योजनाबद्ध तरीके से किए गए ताकि मुख्यमंत्री के करीबी लोगों को दुकानें मिल सकें।
सेब सीजन में ‘कोल्ड स्टोरेज’ और ई-मंडी घोटाले
सेब सीजन के बीच कलेक्शन सेंटर शुरू न करने पर भी भाजपा ने सरकार को घेरा। भारद्वाज ने दावा किया कि सीए स्टोर और ई-मंडी में भी करोड़ों का घोटाला मुख्यमंत्री के इशारे पर हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मंडियों के डिजिटलाइजेशन के लिए मदद दे रही है, लेकिन सुक्खू सरकार जानबूझकर केंद्र की सहायता नहीं ले रही ताकि अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर में घोटाला किया जा सके।
‘आपदा की सरकार’ और जनता से धोखा
भाजपा ने कांग्रेस सरकार को ‘अली बाबा और चालीस चोरों की सरकार’ करार देते हुए मांग की कि APMC दुकानों की नीलामी तुरंत रद्द की जाए और नए सिरे से पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाए। भाजपा ने चेतावनी दी कि अगर भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगी तो जनता सड़कों पर उतरकर जवाब देगी।
भाजपा के तीखे आरोपों ने सुक्खू सरकार को घेर लिया है और APMC दुकानों की नीलामी से लेकर सेब सीजन में कथित घोटालों तक, हर मोर्चे पर पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। अब देखना होगा कि सरकार इन आरोपों का क्या जवाब देती है - क्या यह महज राजनीतिक बयानबाजी साबित होगी या हिमाचल की राजनीति में कोई बड़ा खुलासा सामने आएगा।
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