अक्षय तृतीया अबकी बार कई शुभ संयोग के साथ आ रहा है। शनिवार 22 मार्च को अक्षय तृतीया के दिन ही गुरु का राशि परिवर्तन भी हो रहा है जो इस बार अक्षय तृतीया पर सोने पर सुहागा का काम कर रहा है। आइए जानते हैं अक्षय तृतीया अबकी बार क्यों है बेहद खास और खरीदारी के लिए लाभकारी।
शिमला: हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों में अक्षय तृतीय को युगादि तिथि कहा गया है। इस दिन से कई युगों का आरंभ हुआ है और भगवान विष्णु के कई अवतार भी हुए हैं। इस दिन सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ हुआ है। अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम का भी अवतार हुआ है। इसलिए अक्षय तृतीया का धार्मिक दृष्टि से बड़ा महत्व है। इस साल अक्षय तृतीया का पर्व 22 अप्रैल को है। इस बार अक्षय तृतीया बेहद खास मानी जा रही है। दरअसल, इस साल अक्षय तृतीया पर सात शुभ योग बन रहे हैं।
अक्षय तृतीया पर शुभ योग और मुहूर्त
अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को है इस दिन उच्च के चंद्रमा होंगे वृष राशि में होंगे। साथ ही इस दिन आयुष्मान योग होगा, शुभ कृतिका नक्षत्र रहेगा (नक्षत्र स्वामी सूर्य है), सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, अमृत सिद्धि योग और त्रिपुष्कर योग रहेगा। अक्षय तृतीया तिथि का आरंभ 22 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 50 मिनट से आरंभ होगी और 23 तारीख को सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक रहेगी।
सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त : अक्षय तृतीया 2023 पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल 2023 को सुबह 07 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर 23 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 48 मिनट तक है. सोना खरीदने की कुल अवधि 21 घंटे 59 मिनट है.
अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया के दिन से ही चार धाम की यात्रा भी आरंभ होती है। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो इस दिन किया गया कार्य का फल अक्षय होता है। यानी उसका कभी नाश नहीं होता है। धार्मिक दृष्टि से देखे तो अक्षय तृतीया के दिन दान पुण्य के कार्य करने चाहिए। साथ ही इस दिन सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है।
अक्षय तृतीया पूजा विधि
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा और हवन करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इसी के साथ आपके जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है। इस दिन विशेष दान पर पवित्र स्नान और तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख समृद्धि आती है। इस दिन जौ का दान भी कर सकते हैं। साथ ही जल से भरे घड़े का दान करना भी उत्तम रहता है।