ब्रेक फेल होने से दुर्घटनाग्रस्त हुई शिमला-शीलघाट बस, चालक की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल : 16 May 2025: इन पांच राशि वालों को मिल सकती है कोई अच्छी खबर, मिलेगा भाग्य का भरपूर साथ, पढ़ें आज का राशिफल..       चांदी के कड़ों के लिए माँ की चिता पर लेटा बेटा, बोला – "पहले बंटवारा, फिर संस्कार" : जानिए क्या है पूरा मामला..       शिमला में दिल दहला देने वाली वारदात: पत्नी की हत्या कर शव जलाने की कोशिश, आरोपी पति गिरफ्तार, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 15 मई 2025; गजकेसरी योग से लाभ पाएंगे वृषभ, मिथुन और वृश्चिक राशि के जातक, जानें अपना आज का भविष्यफल       अमर्यादित टिप्पणी करने वाले मंत्री पर चला न्याय का डंडा: जबलपुर हाईकोर्ट का बड़ा आदेश — तत्काल FIR दर्ज करो, वरना होगी अवमानना की कार्रवाई ! पढ़ें पूरी खबर..       वन्य प्राणी विंग शिमला से धर्मशाला शिफ्ट: नोटिफिकेशन जारी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक समेत 28 कर्मचारियों का तबादला, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल : 14 मई 2025; मिथुन, कन्या और तुला सहित कई राशियों को शुभ योग से लाभ, जानें अपना आज का भविष्यफल       आज ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल: जब संकटमोचन ने पहली बार प्रभु राम के दर्शन किए, ज्येष्ठ में पहली बार हुआ था राम-हनुमान मिलन..       CBSE Results 2025 Out: सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट घोषित, 88.39 फीसदी बच्चे हुए पास, पढ़ें पूरी ख़बर..      

धर्म/संस्कृति

पितृ पक्ष 2024 : कब से शुरू हो रहा है पितृ पक्ष ? जानें श्राद्ध की प्रमुख तिथियां और मुहूर्त..

September 13, 2024 05:49 PM

पितृ पक्ष 2024 : पितृ पक्ष, जिसे श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है, अपने पूर्वजों या पितरों को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है। यह 16 दिन तक चलता है जिसमें दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के महीने में श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है। साथ ही पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। आपको बता दें कि श्राद्ध कर्म पितरों की मृत्यु तिथि के अनुसार ही करना उचित माना जाता है। ऐसे में इस साल पितृपक्ष कब से शुरू हो रहा है और कौन सी तिथि कब पड़ रही है, ये सारी डिटेल आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी।

इस साल पितृ पक्ष भाद्रपद पूर्णिमा यानी 17 सितंबर 2024 को शुरू हो रहा है, जो 2 अक्टूबर यानि सर्व पितृ अमावस्या को समाप्त होगा।

वैसे तो पितृपक्ष 17 सितंबर से शुरू हो रहा है, लेकिन श्राद्ध कर्म इस दिन नहीं किया जाएगा, क्योंकि इस दिन पूर्णिमा तिथि पड़ रही है जिसमें ऋषियों का तर्पण किया जाता है। श्राद्ध हमेशा प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है। ऐसे में पहला श्राद्ध 18 सितंबर को किया जाएगा।

किस समय करना चाहिए श्राद्धकर्म

शास्त्रों के अनुसार, पितृपक्ष में सुबह और शाम के समय देवी-देवताओं की पूजा होती है। जबकि दोपहर का समय पितरों को समर्पित होता है। इसलिए पितरों का श्राद्ध दोपहर के समय करना ही उत्तम होता है। पितृपक्ष में आप किसी भी तिथि पर दोपहर 12 बजे के बाद श्राद्धकर्म कर सकते हैं। इसके लिए कुतुप और रौहिण मुहूर्त सबसे अच्छे माने जाते हैं। इस दौरान पितरों का तर्पण करें। गरीब ब्राह्मणों को भोज कराएं। उन्हें दान-दक्षिणा दें। श्राद्ध के दिन कौवे, चींटी, गाय, कुत्ते को भोग लगाएं।

कुतुप मूहूर्त - 11:51 से 12:40

रौहिण मूहूर्त - 12:40 से 13:29

अपराह्न काल - 13:29 से 15:56

पितृपक्ष की श्राद्ध तिथियां -

17 सितंबर 2024 (पूर्णिमा श्राद्ध )

18 सितंबर 2024 (प्रतिपदा श्राद्ध )

19 सितंबर 2024 (द्वितीया श्राद्ध)

20 सितंबर 2024 (तृतीया श्राद्ध )

21 सितंबर 2024 (चतुर्थी श्राद्ध)

21 सितंबर 2024 (महा भरणी)

22 सितंबर 2024 (पंचमी श्राद्ध)

23 सितंबर 2024 (षष्ठी श्राद्ध)

23 सितंबर 2024 (सप्तमी श्राद्ध)

24 सितंबर 2024 (अष्टमी श्राद्ध)

25 सितंबर 2024 (नवमी श्राद्ध)

26 सितंबर 2024 (दशमी श्राद्ध)

27 सितंबर 2024 (एकादशी का श्राद्ध)

29 सितंबर 2024 (द्वादशी श्राद्ध )

29 सितंबर 2024 (मघा श्राद्ध)

30 सितंबर 2024 (त्रयोदशी श्राद्ध )

1 अक्टूबर 2024 (चतुर्दशी श्राद्ध )

2 अक्टूबर 2024 (सर्वपितृ अमावस्या)

वहीं, जिन लोगों को अपने पितरों के मृत्यु तिथि नहीं पता है, सर्वपितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध कर सकते हैं।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हिमदर्शन डॉट कॉम (himdarshan.com) इसकी पुष्टि नहीं करता है।

 

Have something to say? Post your comment

धर्म/संस्कृति में और

आज ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल: जब संकटमोचन ने पहली बार प्रभु राम के दर्शन किए, ज्येष्ठ में पहली बार हुआ था राम-हनुमान मिलन..

जाखू मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, हनुमान जन्मोत्सव पर सुबह सुबह कपाट खुलते ही भक्तों की लगी लंबी-लम्बी कतारें, पढ़ें पूरी खबर..

महाशिवरात्रि 2025: महाशिवरात्रि है आज, जानें 4 पहर के पूजन मुहूर्त, मंत्र और पूजन विधि, पढ़ें विस्तार से..

गुरु मार्गी 2025: गुरु ग्रह की बदली चाल, जानिए सभी 12 राशियों पर कैसा होगा असर, पढ़ें पूरी खबर..

मौनी अमावस्या 2025: कब है मौनी अमावस्या, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और स्नान-दान का महत्व..

आज का राशिफ़ल : 30 दिसंबर; 2024; इन 5 राशि वालों को मिलेंगी शुभ सूचनाएं, जानें मेष से मीन का तक का राशिफल

प्रभु दर्शन के लिए मर्यादित वस्त्र पहनकर आएं श्रद्धालु, वरना नहीं मिलेगी एंट्री, शिमला के इस ऐतिहासिक मंदिर में लगाए जाएंगे अपील बोर्ड, पढ़ें पूरी खबर..

गुरु नानक जयंती 2024: गुरु नानक जयंती को क्यों कहते हैं प्रकाश पर्व ? जान लें सिख धर्म के संस्थापक की वो प्रमुख शिक्षाएं जो आज भी हैं प्रासंगिक, पढ़ें विस्तार से ..

देवउठनी एकादशी आज, जानें कौन सा लगाएं भोग, पूजा मुहूर्त, शुभ योग और उठो देव बैठो देव पाटकली चटकाओ देव गीत

शनि होंगे मार्गी और वक्री गुरु मिलकर दिलाएंगे इन राशि वालों को कोई बड़ा फायदा, जानें कौन सी हैं ये राशियां