मलाणा में भीषण अग्निकांड : रात 1 बजे दहक उठा मलाणा गांव, 16 मकान जलकर राख, करोड़ों रुपए का नुकसान होने का अनुमान, पढ़े पूरी खबर..
कुल्लू : (हिमदर्शन समाचार); विश्व का सबसे प्राचीन लोकतंत्र मलाणा गांव बुधवार तड़के आग की चपेट में आ गया। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बसे गांव में 12 से 15 मकानों के जल जाने और एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना है। आग पर काबू पा लिया गया है। मगर मलाणा पंचायत के प्रधान राजू राम ने दावा किया है कि भीषण अग्निकांड में मलाणा में 25 से 30 घर जलकर राख हुए हैं।
ऐतिहासिक मलाणा गांव में आग लगने से 16 मकान जलने की खबर सुनकर हूँ दुःखी - CM जय राम ठाकुर
बुधवार तड़के करीब 3.30 बजे गांव में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग ने भयानक रूप धारण करते ही कई मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। रात भर मकानों को आग से बचाने का प्रयास चलता रहा। आग की इस घटना में करोड़ों का नुकसान हुआ है।हिमाचल प्रदेश स्टेट एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने बताया कि 12 से 16 घर जलकर पूरी तरह राख हो गए और एक व्यक्ति घायल हो गया। पीड़ित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की गई है।
दमकल विभाग का कहना है कि आग अब नियंत्रण में है और इस घटना में किसी का जानी नुकसान होने की जानकारी अभी तक नहीं है। लेकिन आग लगने से करोड़ों के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बहरहाल दमकल विभाग आगजनी से हुए नुकसान का आंकलन करने में जुटा है।
प्रशासनिक अधिकारियों का दल भी राजस्व अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचा। दमकल विभाग के फायर अफसर दुर्गा सिंह ने बताया कि आगजनी की घटना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
ऐतिहासिक मलाणा गांव प्राचीन भवन निर्माण शैली से बना था, लेकिन इस गांव में अब से पहले आगजनी की दो घटनाएं हो चुकी हैं। पहली घटना में 48 मकान जले थे। दूसरी घटना में 148 मकान आग की भेंट चढ़े थे। जिससे यहां की प्राचीन भवन निर्माण शैली लगभग खत्म हो चुकी थी। तीसरी बार गांव में 16 मकान जल कर राख होने की सूचना आ रही हैं। मलाणा गांव में 2007 और 2009 में भीषण अग्निकांड हो चुका है।