धार वाले देवता का मंदिर शिमला से लगभग 25 कीलोमीटर की दूरी पर जिला सोलन के सेरीघाट में स्थित है । यह यह मन्दिर देवधार वाले देवता का मूल स्थान है। यहां वर्ष में दो बार मेला लगता है। दूर- दूर से लोग मंदिर में अपने नई फसल का चढ़ावा अपने ईस्ट देव को अर्पित करतें है। पढ़ें विस्तार से..
सोलन: (HD News); हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सोलन के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल धार वाले देव मंदिर (सायरीघाट) में विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा। भंडारे में हजारों की संख्या में लोग पहुंच कर प्रसाद ग्रहण करेंगे। यह जानकारी मंदिर के पुजारी पुजारी मनोहर लाल ने दी है।
देवधार वाले देव मंदिर के प्रमुख श्री पुजारी मनोहर लाल..
उन्होंने बताया कि हर वर्ष जयेष्ठ माह के जयेष्ठ रविवार को धार वाले देव मन्दिर में विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष 19 मई को यानी कल रविवार को यह वार्षिक भंडारा आयजित होगा। इस दौरान देव अखाड़ा लगेगा जिसमे भक्तों की समस्या का निराकरण और उनके प्रश्नों के उत्तर सहिंत विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होगा।
बता दें कि वर्ष में दो बार (ज्येष्ठ मास व कार्तिक मास के ज्येष्ठ रविवार को) इस धार्मिक स्थान पर मेला लगता है, जिसमें श्रद्धालु उपस्थित होकर नई फसल का चढ़ावा ‘कणा’ धार वाले देवता को भेंट करते हैं। वहीं देवते के कल्याणे अपनी व जनता की समस्याओं को देवता के समक्ष रखतें है। इस दिन देवता अपने गुर के माध्यम से लोगों को समस्याओं के समाधान के बारे में भी बताते है। दूर दूर से आए श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाता है। अतः 19 मई 2024 को आप सभी समस्त भक्तजन सपरिवार व मित्रजनों सहित सादर आमंत्रित हैं।