शिमला: (HD News); 23 जून 2025; तिब्बती संस्कृति और शिक्षा से जुड़ा जोंगसर कनिष्का चौंतड़ा स्कूल, जोगिंदरनगर के 162 छात्र-छात्राओं ने आज हिमाचल प्रदेश विधान सभा सचिवालय का दौरा किया। इस शैक्षणिक भ्रमण के तहत बच्चों ने न सिर्फ विधान सभा परिसर का अवलोकन किया, बल्कि प्रत्यक्ष रूप से सदन की कार्यवाही का भी अनुभव लिया।

विधानसभा भवन में तिब्बती स्कूल के छात्र और अध्यापक कुलदीप पठानिया के साथ
इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन के 18 सदस्य तथा प्रधानाचार्या भी मौजूद रहीं। उन्होंने विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने बताया कि यह स्कूल एक धार्मिक संस्था 'जोंगसर मंदिर' के अधीन संचालित होता है, जहां प्राथमिक से लेकर बारहवीं तक की शिक्षा दी जाती है। यहां कश्मीर से कन्याकुमारी तक के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जिन्हें बौद्ध धर्म से संबंधित ज्ञान के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी प्रदान की जाती है।

विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने विद्यार्थियों को भारत की संसदीय प्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि संसद का गठन करते हैं। उन्होंने समझाया कि संसद ही सर्वोच्च संस्था है, जो कानून बनाने, नीतियां तय करने और संविधान संशोधन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए जिम्मेदार होती है।

विधानसभा भवन में तिब्बती स्कूल के छात्र और अध्यापक कुलदीप पठानिया के साथ
पठानिया ने बताया कि संविधान में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान इसलिए किया गया है ताकि समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि जिस दल को संसद में बहुमत मिलता है, उसका नेता प्रधानमंत्री बनता है और सरकार की नीतियों को लागू करने के लिए कैबिनेट गठित की जाती है। संसद को महाभियोग के माध्यम से राष्ट्रपति और उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को हटाने की शक्ति भी प्राप्त है। अंत में, अध्यक्ष पठानिया ने सभी विद्यार्थियों को स्नेहाशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।