शिमला में फिल्मी अंदाज़ का किडनैपिंग ड्रामा, जिसमें अपराधी ने पूरी स्क्रिप्ट सीधे क्राइम पेट्रोल से उठाई! बीसीएस स्कूल के 3 मासूम छात्रों का अपहरण करने वाला निकला उसी स्कूल का पूर्व छात्र। मास्टरमाइंड ने न सिर्फ अपहरण की साजिश रची, बल्कि कैलिफ़ोर्निया के इंटरनेशनल नंबर से फोन कर परिवार से फिरौती की मांग भी की। लेकिन पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने महज़ 24 घंटे में पूरी कहानी का अंत कर दिया। पढ़ें विस्तार से..
शिमला: (HD News); शिमला में बीसीएस स्कूल के तीन छात्रों के सनसनीखेज अपहरण मामले में गिरफ्तार आरोपी सुमित सूद ने पुलिस के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया है। सुमित ने बताया कि उसने यह वारदात टीवी शो क्राइम पेट्रोल देखकर प्लान की थी और करीब 8-10 दिन पहले इसका खाका तैयार किया था। मेरठ से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाला यह आरोपी बीसीएस का छात्र रह चुका है। 
अपहरण के बाद आरोपी ने परिवार को डराने के लिए इंटरनेशनल कॉल की। कैलिफ़ोर्निया का नंबर देखकर घरवाले सन्न रह गए। उसने लाखों की फिरौती की मांग की और धमकी दी कि पुलिस को खबर न हो। (फोटो सोर्स : सोशल मीडिया)
राखी के दिन बनाया प्लान, सुबह से गेट पर था तैयार
आरोपी जानता था कि राखी के दिन ज्यादातर छात्र टाउन आउटिंग लीव पर जाते हैं। इसी वजह से वह मंगलवार सुबह 5:45 बजे ही बीसीएस स्कूल गेट के पास पहुंच गया। दोपहर 12:12 बजे जैसे ही तीनों छात्र खलीनी की ओर निकले, उसने खुद को स्कूल का पुराना छात्र बताते हुए उन्हें मालरोड छोड़ने का झांसा दिया। बच्चे आसानी से झांसे में आ गए और आरोपी की गाड़ी में बैठ गए।

गाड़ी में बैठते ही बदल दी मंज़िल
स्कूल से निकलकर आरोपी ने उन्हें टॉलैंड, छोटा शिमला, संजौली बाईपास होते हुए ढली की ओर ले गया। बच्चों ने जब रास्ते पर सवाल किया, तो उसने ठंडे अंदाज़ में कहा - "तुम किडनैप हो गए हो।" एक बच्चे ने मज़ाक समझते हुए पूछा- "क्या आप हमारे साथ प्रैंक कर रहे हो ?" लेकिन कुफरी में आरोपी ने गाड़ी साइड में लगाकर रिवॉल्वर दिखाई और तीनों की आंखों पर पट्टी लगा दी जिससे तीनों बच्चे डर गए।
कोटखाई में ठिकाना, सोलन का झांसा
ठियोग से होते हुए आरोपी उन्हें कोकुनाला (कोटखाई) स्थित अपने घर ले गया। वहां साढ़े तीन बजे पहुंचकर बच्चों के कपड़े बदलवाए, स्वैटर पहनाए और कहा कि वे सोलन में हैं। फ्रिज से पिज़्ज़ा निकालकर उन्हें खाने को दिया और अभिभावकों के नंबर मांगे। फिरौती के लिए उसने कैलिफ़ोर्निया का वर्चुअल नंबर इस्तेमाल किया।
सीसीटीवी से खुला राज, दिल्ली नंबर की गाड़ी पकड़ी गई
पुलिस ने बीसीएस गेट और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में 12:12 बजे तीनों छात्र स्कूल से बाहर निकलते दिखे, लेकिन आगे के कैमरों में उनकी लोकेशन नहीं मिली। टॉलैंड और विजिलेंस ऑफिस के सीसीटीवी में संदिग्ध गाड़ी दिखी। टैक्सी नंबर की गाड़ी की जांच के बाद पुलिस का शक पक्का हुआ कि दिल्ली नंबर की दूसरी गाड़ी में तीनों बच्चों को ले जाया गया है।
13 अगस्त तक पुलिस रिमांड
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को सोमवार को जिला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 13 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस अब वर्चुअल नंबर और हथियार के स्रोत की जांच में जुटी है।
यह मामला साबित करता है कि अपराधी बनने के लिए न डिग्री मायने रखती है, न पैसा, न खानदान। सुमित सूद ने टीवी शो की स्क्रिप्ट को अपहरण की असली कहानी में बदलने की हिमाकत की, लेकिन पुलिस की चौकसी और सीसीटीवी की पैनी नज़र ने उसका पूरा प्लान ध्वस्त कर दिया। अब उसके लिए सिर्फ एक ही स्क्रिप्ट बची है - अदालत से मिलने वाली कड़ी सज़ा, जो ऐसे फिल्मी गुंडों को आईना दिखाएगी।
