शिमला : (HD News); शिमला के प्रतिष्ठित बिशप कॉटन स्कूल (BCS) के तीन छात्रों की किडनैपिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी सुमित सूद और कुल्लू के छात्र विदांश भारती के पेरेंट्स के बीच हुई 7 मिनट 27 सेकेंड की फोन कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई है। यह कॉल आरोपी ने कैलिफोर्निया के +1 213-377-3338 नंबर से वर्चुअल माध्यम से की थी। बातचीत में आरोपी बार-बार “स्कूल में न्यूज न बन जाए” की चेतावनी देता है और दावा करता है कि उसे भी “खतरनाक लोगों” ने पकड़कर यह काम करने को मजबूर किया है।

जानकारी के अनुसार, यह कॉल हरियाणा करनाल के अंगद, पंजाब मोहाली के हितेंद्र और कुल्लू के विदांश की किडनैपिंग के बाद की गई थी। आरोपी सुमित सूद ने विदांश के पिता से कहा कि यदि घटना की खबर स्कूल में फैल गई तो बेटे का वापस आना मुश्किल हो जाएगा। उसने खुद को भी “इन खतरनाक लोगों” का शिकार बताया और कहा कि उसे इस कॉल के लिए फोर्स किया गया है।
बातचीत के दौरान विदांश के पिता ने कई बार आरोपी से लोकेशन पूछी, लेकिन सुमित सूद ने जानकारी देने से इनकार कर दिया। वह बार-बार कहता रहा कि “मेरे बुरे हाल कर दिए हैं” और “नेक्स्ट कॉल का इंतज़ार करें”। कॉल के दौरान आरोपी ने दावा किया कि बच्चों को एक साथ रखा गया है और “न्यूज न बनने” की अपील की।
सूमित सूद ने बातचीत में एक अन्य बच्चे के पिता का नंबर भी नोट करवाने को कहा और उन्हें भी यही संदेश देने को कहा। उसने कहा – “ये बच्चे इक्टठे हैं, उनके पास हैं, उनके अंडर हैं।” बातचीत का अंत विदांश के पिता द्वारा नंबर नोट करने के साथ हुआ।
यह कॉल उस समय की है जब तीनों बच्चे - करनाल का अंगद, मोहाली का हितेंद्र और कुल्लू का विदांश - कथित तौर पर किडनैपर के कब्जे में थे। यह रिकॉर्डिंग पुलिस जांच में एक अहम सबूत के रूप में सामने आई है, जो आरोपी के इरादों और दबाव बनाने की कोशिश को साफ दर्शाती है।
कॉल रिकॉर्डिंग के मुख्य अंश -
- सुमित सूद: मुझे भी पकड़ लिया था। मेरे को फोर्स किया जा रहा है यह सब करने के लिए।
- विदांश के पिता: कहां पर हैं आप अभी?
- सुमित सूद: एक्चुअली ये बहुत डेंजरस लोग हैं, तो आप मेरे अगले फोन का वेट करें, बस स्कूल में न्यूज न बन जाए। अगर न्यूज बन गई तो बेटे का आना मुश्किल हो जाएगा।
- विदांश के पिता: आप अभी चंडीगढ़ में हैं या मोहाली में? किस सेक्टर में हैं?
- सुमित सूद: सर, मैं आपको कुछ भी नहीं बता सकता। मेरे बुरे हाल किए हुए हैं इन्होंने। बस आप नेक्स्ट कॉल का वेट करना, क्योंकि ये बर्नर सिम फेंक दिए जाएंगे।
- विदांश के पिता: आपको कैसे पता लगा कि ये (बच्चे का नाम) है?
- सुमित सूद: इन लोगों ने बताया मुझे।
- विदांश के पिता: वो तो अभी 22 सेक्टर, चंडीगढ़ में था।
- सुमित सूद: हेलो, बच्चा शिमला में है।
- विदांश के पिता: नहीं, वो चंडीगढ़ में 22 सेक्टर में है।
- सुमित सूद: अगर आपको ऐसा लग रहा है, मुझे सिर्फ कॉल करने को बोला है। मेरे को नहीं पता।
- विदांश के पिता: चलो, चलो, मैं देखता हूं।
- सुमित सूद: नेक्स्ट कॉल पता नहीं कहां से करेंगे, ये मुझे करना पड़ा आपको।
- विदांश के पिता: ठीक है, ठीक है जी।
- सुमित सूद: यही बोलना कि और भी लोग हैं उसके साथ, तीन दोस्त हैं ये (बच्चे)।
- विदांश के पिता: अच्छा, तीन दोस्त हैं।
- सुमित सूद: हां, बल्कि मैं आपको एक नंबर देता हूं। आप उनको भी कॉल करके बता दीजिए कि ऐसा आपको भी फोन आया। प्लीज नंबर लिख लीजिए। उनको भी इन्फॉर्म कर दीजिए कि न्यूज न बन जाए, क्योंकि ये बच्चे इकट्ठे हैं उनके पास, उनके अंडर हैं।
- विदांश के पिता: क्या नाम बताया आपने?
- सुमित सूद: जल्दी कीजिए, दिक्कत हो रही है इसमें। बड़े लोग हैं, बहुत बुरा हाल कर दिया हमारा। जल्दी लिखिए सर। (इसके बाद आरोपी ने दूसरे बच्चे के पिता का नंबर दिया और कॉल समाप्त हो गई।)

पीड़ित बनकर किया कॉल, कहा-अपहरण के पीछे गैंग का हाथ
BCS किडनैप केस में यह कॉल रिकॉर्डिंग आरोपी की रणनीति और मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की चाल को उजागर करती है। खुद को पीड़ित दिखाकर उसने अभिभावकों को शांत रखने और मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए भ्रम फैलाने की कोशिश की। फिलहाल पुलिस इस कॉल की तकनीकी जांच कर रही है, ताकि इसके जरिए गैंग के नेटवर्क और लोकेशन का पता लगाया जा सके।