हिंदी ENGLISH E-Paper Download App Contact us Saturday | December 13, 2025
आज का राशिफ़ल: 13 December 2025; शनिवार को शनि देव किस पर होंगे मेहरबान? जानिए मेष से मीन तक का हाल..       कुंहर: राजकीय उच्च विद्यालय लड़ोग में वार्षिक पारितोषिक समारोह का भव्य आयोजन - प्रतिभा, उत्साह और उपलब्धियों का शानदार प्रदर्शन, समारोह में प्रतिभाओं ने बिखेरी चमक - पढ़ें पुरी खबर       हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल के निधन पर व्यक्त किया शोक - पढ़ें पूरी खबर       हिमाचल: खाने की चीज समझकर चबाया 'मौत का गोला', धमाके से उड़ा गाय का जबड़ा; इलाके में हड़कंप - पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल सरकार में 'ऑल इज वेल' का भ्रम टूटा: डिप्टी सीएम अग्निहोत्री का अल्टीमेटम- 'अफसरशाही पर कसें नकेल'; सड़कों पर रोती रहीं नर्सें, नदारद रहे मंत्री - पढ़ें पूरी खबर       युग हत्याकांड: इंसाफ की आस में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा पीड़ित परिवार, हाईकोर्ट के फैसले को कड़ी चुनौती, शीर्ष अदालत में न्याय की गुहार - पढ़ें पूरी खबर..       शुक्रवार का राशिफल: शुक्र देव की कृपा से इन राशियों का चमकेगा भाग्य, जानें 12 दिसंबर का भविष्यफल       🔥 Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ की दस्तक—हिमाचल में इस दिन बदलेगा मौसम, बारिश व बर्फबारी के प्रबल संकेत - पढ़े पूरी खबर       गुरुवार का राशिफ़ल: 11 दिसंबर 2025; आज के दिन इन राशियों मिलेगी बड़ी कामयाबी, पढ़ें मेष से मीन तक का राशिफल....       आज का राशिफल (9 दिसंबर 2025): भाग्य का साथ, नए अवसर और सकारात्मक बदलाव - जानें आपकी राशि के लिए क्या खास है..      

धर्म | हमीरपुर

जानिए छठ पूजा का शुभ महूर्त

November 20, 2020 10:25 AM

आज (20 नवंबर) को डूबते सूरज को अर्घ्य दिया जाएगा। व्रती महिलाएं आज नदियों और तालाबों में खड़े होकर डूबते सूरज को अर्घ्य देंगी। वहीं, 21 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा सम्पन्न होगी। 

 जानकारी के लिए बता दें कि महापर्व के दूसरे दिन व्रती महिलाएं दिन भर बिना पानी ग्रहण किए बिना उपवास रखती हैं। इसके बाद सूर्यास्त होने पर पूजा करती हैं। दूध और गुड़ से बनी खीर का भोग लगाने के बाद वे वही खाती हैं और चांद के नज़र आने तक ही पानी पीती हैं। इसके बाद से उनका करीब 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है।

तीसरे-चौथे दिन दिया जाता है भगवान भास्कर को अर्घ्य 

आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन व्रती महिलाएं डूबते हुए सूर्य को नदी और तालाब में खड़े होकर पहला अर्घ्य देती हैं। व्रती महिलाएं डूबते हुए सूर्य को फल और कंदमूल से अर्घ्य देती हैं। महापर्व के चौथे और अंतिम दिन फिर से नदियों और तालाबों में जाकर व्रती महिलाएं सूर्य को अर्घ्य देती हैं। भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के बाद ही व्रती महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला व्रत समाप्त होता है।

जानिए छठ पूजा का शुभ मुहूर्त 

शुक्रवार 20 नवंबर को सूर्योदय: 06:48 बजे और सूर्यास्त: 05:26 बजे होगा। ऐसे में व्रती महिलाएं सूर्यास्त होने से पहले भगवान सूर्य को अर्घ्य दे सकती हैं। वहीं, शनिवार 21 नवंबर को सूर्योदय सुबह 6:45 बजे होगा। वव्रत करने वाली महिलाएं भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य इससे पहले दे सकती है।

 

Have something to say? Post your comment

धर्म में और

गुरु अस्त 2023: नवरात्रि में अस्त हुए बृहस्पति, आइए जानते हैं कि अस्त गुरु किन राशियों को दे सकते नुकसान, पढ़ें विस्तार से..

भाई दूज - 2021: भाई को टीका करने का सबसे शुभ मुहूर्त और विधि, डेढ़ घंटे राहुकाल में न करें भाई का तिलक, देखें शुभ मुहूर्त

दीवाली 2021: लक्ष्मी पूजन से बरसेगा धन! नोट कर लें पूजन का शुभ मुहूर्त, जानें कब होगा प्रदोष काल ? पढ़े पूरी खबर..

यह हैं पितृदोष शांति के 11 उपाय, इसके बाद खुलेंगे तरक्की के रास्ते

सूर्य का राशि परिवर्तन चमका देगा इन 5 राशि वालों का भाग्य

आज है गोवर्धन पूजा, जानिए कैसे शुरू हुई यह परंपरा, ये है शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

धनतेरस 2020 : आज या कल कब मनाया जाएगा धनतेरस का पर्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त व विधि

रविवार के दिन ये उपाय लाएंगे जीवन में खुशहाली

करवा चौथ: सोलह श्रृंगार से मिलता है करवा माता का आशीर्वाद

इन उपायों से घर के वास्तु दोषों को कर सकते हैं दूर