हिंदी ENGLISH E-Paper Download App Contact us Wednesday | January 22, 2025
हिमाचल CPS मामला: सुप्रीम कोर्ट में CPS मामले की सुनवाई टली, देश भर में लागू होगा सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला, पढ़ें पूरी खबर.       आज बुधवार का पंचांग: 22 जनवरी 2025; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय       आज का राशिफ़ल: 22 जनवरी 2025; इन 7 राशि वालों को मिलेंगी खुशखबरी, मिलेगा आकस्मिक लाभ, जानें मेष से मीन का तक का राशिफल       विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप पठानियां ने बिहार विधान सभा में 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन को किया सम्बोधित..       विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप पठानियां ने बिहार विधान सभा में 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन को किया सम्बोधित..       85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन का हुआ शुभारम्भ, हिमाचल विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप पठानियां ने आगामी कार्यक्रमों पर दिए कई अहम सुझाव, पढ़ें पूरी खबर       आज का राशिफ़ल: 21 जनवरी 2025; आज इन राशियों का बदलेगा भाग्य, बजरंगबली का मिलेगा आशीर्वाद, जानें आपके लिए कैसा रहेगा मंगलवार का दिन       मंगलवार का पंचांग : 21 जनवरी 2025; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..       इंजेक्शन को लेकर झूठ बोलने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करें मुख्यमंत्री : जयराम ठाकुर       शिमला में दर्दनाक हादसा: सीमेंट से लदा ट्रक खड्ड में गिरा, अर्की के दो सगे भाइयों की इस सड़क हादसे में गई जान, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर, पढ़ें पूरी खबर..      

पंचांग

शुक्रवार का पंचांग: 10 फरवरी 2023; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व शुभ योग का समय..

March 10, 2023 07:16 AM

हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-

1:- तिथि (Tithi)2:- वार (Day)3:- नक्षत्र (Nakshatra)4:- योग (Yog)5:- करण (Karan)

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी नित्य पंचांग का श्रवण करते थे ।

जानिए, शुक्रवार का पंचांग

* शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।

* वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।

* नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।

* योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।

* करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।

इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना, पढ़ना चाहिए ।

आज का पंचांग : 10 मार्च 2023

महालक्ष्मी मन्त्र : ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥ ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥

दिन (वार) – शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु पर जल चढ़ाकर उन्हें पीले चन्दन अथवा केसर का तिलक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।

शुक्रवार के दिन नियम पूर्वक धन लाभ के लिए लक्ष्मी माँ को अत्यंत प्रिय “श्री सूक्त”, “महालक्ष्मी अष्टकम” एवं समस्त संकटो को दूर करने के लिए “माँ दुर्गा के 32 चमत्कारी नमो का पाठ” अवश्य ही करें ।शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी को हलवे या खीर का भोग लगाना चाहिए । शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह की आराधना करने से जीवन में समस्त सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है बड़ा भवन, विदेश यात्रा के योग बनते है।

*विक्रम संवत् 2079 , * शक संवत – 1944, *कलि संवत – 5124* अयन – उत्तरायण, * ऋतु – बसंत ऋतु, * मास – चैत्र माह* पक्ष – कृष्ण पक्ष*चंद्र बल – मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन

तिथि, (Tithi) :- तृतीया 21.42 तक तत्पश्चात चतुर्थीतिथि के स्वामी – तृतीया तिथि की स्वामी माँ गौरी और कुबेर देव जी तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी विघ्हर्ता गणेश जी है।

तृतीया: किसी भी पक्ष की तीसरी तारीख को तृतीया तिथि या तीज कहते है। तृतीया तिथि को जया तिथि भी कहा गया है।

अपने नाम के अनुसार ही यह तिथि सभी शुभ कार्यों में जय दिलाने अर्थात सफलता दिलाने वाली कही गई है। लेकिन बुधवार को तृतीया तिथि होने से मृत्युदा कहलाती है, इसलिए बुधवार की तृतीया को कोई भी नया कार्य शुरु करना शुभ नहीं माना जाता है।

तृतीया तिथि में माँ गौरी जी की पूजा अर्चना करने से जीवन में सुख सौभाग्य की वृद्धि होती है। तृतीया के दिन माँ गौरी का ध्यान करते हुए उन्हें दूध की मिठाई, फूल और चावल अर्पित करें एवं श्रद्धानुसार घी का दीपक जलाकर ’’ऊँ गौर्ये नमः’’ की एक माला का अवश्य ही जाप करें ।

कुबेर जी भी तृतीया तिथि के स्वामी माने गये हैं। शास्त्रों के अनुसार कुबेर जी देवताओं के कोषाध्यक्ष है अतः इस दिन इनकी भी पूजा करने से जातक को विपुल धन-धान्य, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

कुबेर देव रावण के सौतेले भाई है और या भगवान शिव जी के प्रिय सेवक , परम मित्र भी माने जाती है। घर में कुबेर देवता की फोटो को उत्तर दिशा की ओर लगाना चाहिए और इस दिशा को बिलकुल साफ रखना चाहिए।

शास्त्रों के अनुसार जो भी जातक किसी भी पक्ष की तृतीया को घी का दीपक जलाकर नियम से नीचे दिए गए कुबेर मंत्र का जप दक्षिण दिशा की ओर मुख करके करता है उसे कुबेर देव की कृपा अवश्य ही प्राप्त होती है, उसे अपने कार्यक्षेत्र , व्यापार में आशातीत सफलता मिलती है।

कुबेर मंत्र: “ऊँ श्रीं, ऊँ ह्रीं श्रीं, ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:”। यदि इस मंत्र का जप किसी शिव मंदिर में अथवा बिल्वपत्र वृक्ष की जड़ों के समीप बैठकर करा जाये तो या बहुत अधिक उत्तम होता है, उस जातक को भगवान भोलेनाथ और कुबेर जी दोनों की पूर्ण कृपा प्राप्त होती है। तृतीया को परवल का सेवन नहीं करना चाहिए, तृतीया को परवल का सेवन करने से शत्रुओं में वृद्धि होती है ।

नक्षत्र के स्वामी :– चित्रा नक्षत्र के देवता विश्‍वकर्मा जी एवं चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव जी है।

चित्रा नक्षत्र नक्षत्र मंडल में उपस्थित 27 नक्षत्रों में 14 वां है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, चित्रा नक्षत्र का शासक ग्रह चंद्रमा जी है।

यह एक मोती या उज्ज्वल गहने की तरह है जो चमकते प्रकाश सा हमारे भीतर की आत्मा का प्रतीक है।

इस नक्षत्र का आराध्य वृक्ष : बेल तथा स्वाभाव तीक्ष्ण माना गया है। चित्रा नक्षत्र स्टार का लिंग मादा है।

चित्रा नक्षत्र के लिए भाग्यशाली संख्या 5, 6 और 9, भाग्यशाली रंग, काला, भाग्यशाली दिन रविवार और बुधवार माना जाता है ।

चित्रा नक्षत्र में जन्मे जातको को तथा जिस दिन यह नक्षत्र हो उस दिन सभी को “ॐ चित्रायै नमः”l। मन्त्र माला का जाप अवश्य करना चाहिए ।

योग(Yog) :- वृद्धि 20.40 PM तक तत्पश्चात ध्रुव

योग के स्वामी, स्वभाव :- वृद्धि योग के स्वामी सूर्य देव एवं स्वभाव शुभ माना जाता है ।

प्रथम करण : – वणिज 9.21 AM तक

करण के स्वामी, स्वभाव :- वणिज करण की स्वामी लक्ष्मी देवी और स्वभाव सौम्य है।

द्वितीय करण :- विष्टि 21.42 PM तक तत्पश्चात बव

करण के स्वामी, स्वभाव :- विष्टि करण के स्वामी यम और स्वभाव क्रूर है।

गुलिक काल : – शुक्रवार को शुभ गुलिक प्रात: 7:30 से 9:00 तक ।

दिशाशूल (Dishashool)- शुक्रवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से दही में चीनी या मिश्री डालकर उसे खाकर जाएँ ।

राहुकाल (Rahukaal)-दिन – 10:30 से 12:00 तक।

सूर्योदय -प्रातः 06:37

सूर्यास्त – सायं : 18:26

विशेष – तृतीया तिथि को परवल का सेवन नहीं करना चाहिए, तृतीया तिथि को परवल का सेवन करने से शत्रुओं में वृद्धि होती है।

आज का शुभ मुहूर्त 10 मार्च 2023 :

अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 8 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्‍यरात्रि 12 बजकर 7 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 6 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 48 मिनट तक। अमृत काल मध्‍यरात्रि 12 बजकर 27 मिनट से 2 बजकर 8 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 10 मार्च 2023 :

राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। दोपहर 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। सुबह 07 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 59 मिनट से 9 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इसके बाद दोपहर 12 बजकर 55 मिनट से 1 बजकर 43 मिनट तक। भद्रा सुबह 9 बजकर 21 मिनट से 9 बजकर 42 मिनट तक।

आज का उपाय : माता लक्ष्मी की पूजा करें और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।

“हे आज की तिथि ( तिथि के स्वामी ), आज के वार, आज के नक्षत्र ( नक्षत्र के देवता और नक्षत्र के ग्रह स्वामी ), आज के योग और आज के करण, आप इस पंचांग को सुनने और पढ़ने वाले जातक पर अपनी कृपा बनाए रखे, इनको जीवन के समस्त क्षेत्रो में सदैव हीं श्रेष्ठ सफलता प्राप्त हो “।

आप का आज का दिन अत्यंत मंगल दायक हो ।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी। Himdarshan.com इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा।

 

 

Have something to say? Post your comment

पंचांग में और

आज बुधवार का पंचांग: 22 जनवरी 2025; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

मंगलवार का पंचांग : 21 जनवरी 2025; जानिए आज का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..

सोमवार का पंचांग || 20 जनवरी 2025 || : जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..

रविवार का पंचांग || 19 जनवरी 2025 || जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

आज का पंचांग: 18 जनवरी 2025; आज माघ कृष्ण पंचमी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

आज का पंचांग: 17 जनवरी 2025: कोई भी कार्य करने से पहले जानें आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त और अशुभ समय..

आज का पंचांग: 17 January 2025: कोई भी कार्य करने से पहले जानें आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त और अशुभ समय

आज का पंचांग: 23 नवम्बर 2024; जानिए शनिवार का शुभ मुहूर्त व राहुकाल का समय..

मंगलवार का पंचांग: 05 नवम्बर 2024; जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..

आज का पंचांग : 29 अक्टूबर 2024; आज 29 अक्टूबर धनतेरस का मुहूर्त, राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जानें