प्रदेश सरकार भले ही प्रदेश में विकास के नाम पर करोड़ो रूपये विकास में लगाने का दावा कर रही हो। लेकिन अर्की में लोक निर्माण विभाग विकास के नाम पर राम का भजन कर रहा है। सड़को का हाल बेहद दयनीय स्थिति में है। लेकिन कोई विभागीय अधिकारी इन सड़कों की तरफ ध्यान तक देने को तैयार नहीं है। सारा काम ऑफिसों में बैठकर ही कागजी कार्यबाही में निपटा दिया जाता है। कोई भी अधिकारी आफिसों से निकलने को तैयार तक नही है। ठीक ऐसा ही हाल अर्की से बिलासपुर को जाने बाले रोड़ का है। जिस पर आधा आधा रोड़ तक बरसात में कटकर खाई में चला गया है। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का डर है। चार पहिया वाहन पलटने का डर वाहन स्वामियों को रहता हैै। इस रोड से सटे जितने भी गांव के लोग हैं सभी को आने जाने में बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
अर्की: अर्की उपमंडल की साई पंचायत के सेहल गांव के पास अर्की बिलासपुर सड़क मार्ग पर सड़क का बाहरी हिस्सा गिरने से वाहन आवाजाही के दौरान कभी भी कोई हादसा होने का खतरा है। हालांकि अभी तक यहां से वाहनों की आवाजाही से कोई दूर्घटना या हादसा नहीं हुआ है लेकिन क्या लोक निर्माण विभाग किसी हादसे के बाद ही इसको गंभीरता से लेगा यह भी अपने आप में एक बडा़ सवाल है।
गौरतलब है पिछले साल भारी बरसात में हुए भूस्खलन के कारण यहां लगभग 50 मीटर सड़क का बाहरी हिस्सा गिरकर नीचे की ओर खाई बन गया है। जिससे यहां पर छोटे-बडे़ वाहनों की आवाजाही के दौरान संभावित दूर्घटना हो सकती है।
बरसात गये 3-4 महीने बीत चुके है लेकिन अभी तक लोक निर्माण विभाग की इस सड़क के गिरे हुए हिस्से पर नजर क्यों नहीं गई ये समझ से परे है। हर रोज स्कूटर से लेकर ट्रक तक सैकडो़ छोटे बडे़ वाहन इस खतरे को पार करते हुए यहां गुजरते रहते है। यहां से गुजर रहे कुछ वाहन चालकों ने इस खतरे को देखकर विभाग से इस सड़क के साथ डंगा लगाने की अपील की है जिससे यहां वाहनों की आवाजाही के लिए किसी प्रकार के हादसे का खतरा न हो।
इस दौरान यहां पर क्षेत्र के स्थानीय बीडीसी सदस्य शशिकांत भी मौके पर मौजूद थे उन्होनें भी विभाग से वाहन आवाजाही के लिए इस खतरे को दूर करने के लिए सड़क के साथ सुरक्षा दीवार लगाने का आग्रह किया है क्योंकि सड़क का बाहरी हिस्सा गिरने से वाहन दूर्घटना का खतरा हो सकता है। वहीं साई पंचायत के उप प्रधान देवेंद्र कुमार व कुछ वाहन चालकों ने भी इस खतरे को देखते हुए विभाग से यहां डंगा लगाने की अपील की है।
बहरहाल, स्थानीय जन प्रतिनिधियों व वाहन चालकों ने विभाग को इस खतरे से अवगत करवा दिया है। उम्मीद है लोक निर्माण विभाग इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए इस पर जल्द कार्यवाही करेगा जिससे वाहनों की आवाजाही के लिए कोई खतरा नहीं रहेगा।