इन दिनों राशन की दुकान से मिल रहे चावल को लेकर उपभोक्ता काफी परेशान है, राशन लेने वालों का कहना है कि ये प्लास्टिक के चावल हैं, जो पक भी नहीं रहे हैं, वहीं कुछ लोगों का ये कहना है कि ये चावल अलग ही हैं, जो खाने के बाद पेट भी दुखने लगता है। यदि आप सरकारी सस्ते राशन की दुकान से चावल का उपयोग कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। यदि आप बारीकी से बगैर जांच पड़ताल के उसका सेवन करेंगे तो स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। सरकारी राशन की दुकान से मिलने वाले चावल में प्लास्टिक का चावल मिलने के आरोप लग रहें है। पढ़ें पूरी खबर..
सोलन/अर्की: (HD News); कुंहर पंचायत के गांव घड़याच के अमर सिंह ठाकुर ने सरकारी डिप्पों से 2 दिन पूर्व रविवार को राशन के चावल लाएं, उनकी पत्नी आज मंगलवार की सुबह चावल पकाने के पूर्व जब चावल साफ करने लगी तो चावल में भिन्न चावल दिखाई दीए जो सफेद और प्लास्टिक की तरह दिख रहा था। शक हुआ तो उन्होंने उस अलग तरह के चावल को छांट कर अलग से एक कटोरी में रखा । और साथ ही कुछ चावल अलग से कटोरी में भरे, तथा कटोरी को पानी से भरा जिसमे ये प्लास्टिक के चावल तैरते दिखे।
हालांकि इसके पूर्व भी कई लोगों ने सरकारी राशन से मिले चावल पर सवाल उठाए लेकिन बारीकी से ऐसे चावल को अलग कर पहचान करने की कोशिश नहीं की गई। इससे ये संभावना प्रबल हो रही है कि इस तरह के चावल अन्य सरकारी राशन की दुकान के माध्यम से भारी मात्रा में लोगों के घरों तक पहुंच रहा होगा। जिसे लोग उपयोग कर रहे हैं। सरकारी राशन की दुकान से ले गए चावल को बारीकी से देख कर उसे अलग कर ही उपयोग करें तो बेहतर होगा। फिलहाल इस तरह के भिन्न चावल मिलने से ग्रामीणों में दहशत है।
Video: सरकारी राशन में मिल रहे प्लास्टिक के चावल, लोंगो की सेहत से हो रहा खिलवाड़ : अमर सिंह ठाकुर
घड़याच निवासी अमर सिंह का कहना है कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है, इसलिए प्लास्टिक चावल उनको दिया जा रहा है। राशन लेने के बाद चावल की छंटाई की गई तो उसमें कुछ अजीब से दिखने वाले चावल नजर आए। उन्होंने ने सम्बंधित विभाग से मांग की है कि डिप्पों में मिलने वाले सस्ते राशन की बारीकी से जांच की जाए।
जानकारी के अनुसार, अर्की के कुंहर डिपो में प्लास्टिक के चावल की शिकायत लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से की है। इस शिकायत पर खाद्य आपूर्ति विभाग अर्की के इंस्पेक्टर राम स्वरूप कहना है कि ये चावल फोर्टिफाइड किए जाते हैं, इस वजह से प्लास्टिक की तरह दिखते हैं। जबकि ये प्लास्टिक के नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चावलों में जरूरी मिनरल और कार्बोहाइट्रेट की कमी होती है और इसलिए इन्हें फोर्टिफाइड किया जाता है।
क्या कहता है खाद्य आपूर्ति विभाग
खाद्य आपूर्ति विभाग के जिला नियंत्रक नरेन्द्र धीमान ने बताया कि जिला में सस्ते राशन कार्ड धारकों को फोर्टिफाईड चावल मिल रहे है लेकिन कुछ लोग इन चावलों को सोशल मीडिया में प्लास्टिक का चावल कह रहे है। दरअसल सरकार अब पीडीएस में फोर्टिफाईड चावल भेज रही है, जिनमें वीटामिन बी12 और आयरन सहित अन्य प्रकार के गुण शामिल हैं। इन चावलों का रंग देखने में थोड़ा अलग लगता है, जिस कारण लोगों को भ्रम हो रहा है।
क्या होता है फोर्टिफाइड चावल..
दरअसल, फोर्टिफाईड चावल में स्टार्च और कार्बोहाइट्रेड की निर्धारित मात्रा होने के कारण फोर्टिफाईड पके हुए चावल में चिपचिपा और लचीलापन आता है। इस चावल में प्लास्टिक होने जैसी कोई बात नहीं है। फोर्टिफाईड चावल के दाने सूक्ष्म पोषक तत्वों विटामिन बी-12, फोलिक एसिड और आयरन को सही मात्रा में मिलाकर बनाया गया है। फोर्टिफाईड चावल को सामान्य चावल में विशेष अनुपात में मिलाया जाता है। पके हुए चावल में अस्सी प्रतिशत स्टार्च होने और कार्बोहाइड्रेड की अधिक मात्रा के कारण चावल में चिपचिपापन और लचीलापन होता है। फोर्टिफाईड चावल के रखरखाव और पकाने के तरीके एवं स्वाद आम चावल के जैसे ही होते हैं। फोर्टिफाईड चावल लोगों की खुराक में आवश्यक पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के साथ ही कुपोषण के नियंत्रण में काफी हद तक मददगार है।
ऐसे करें नकली और असली चावल की पहचान ..
असली और नकली चावल की पहचान के लिए एक चम्मच चावल को एक गिलास पानी में डालें या फिर कुछ चावल कटोरी में डालें कुछ देर में अगर चावल पानी में डूब जाए तो वह असली है और अगर चावल पानी में ऊपर की ओर तैरने लगे तो वह नकली चावल है, क्योंकि प्लास्टिक कभी पानी में नहीं डूबती है। प्लास्टिक के चावल देखने में असली चावल की तरह ही दिखते हैं। पकने के बाद भी प्लास्टिक के चावल की पहचान नहीं की जा सकती है। ऐसे में लोग अनजाने में सेहत के लिए बहुत खतरनाक चीज का सेवन कर रहे हैं। इसके इलावा चावल का टुकड़ा लें और उसको जलाएं अगर उसके जलने पर प्लास्टिक जैसी महक आती है तो समझ जाइए कि ये चावल नकली है।
प्लास्टिक के चावल खाने के नुकसान -
डॉक्टर्स के अनुसार, एक कटोरी प्लास्टिक चावल खाने का मतलब है कि आपके पेट में एक बड़ी पॉलिथीन चली गई है। इन्हें खाने से पेट का कैंसर, नर्वस सिस्टम पर बुरा असर, खराब डाइजेशन, आंत या लिवर का इन्फेक्शन पेट की बीमारियां जैसे एसिडिटी और चक्कर आने की प्रॉब्लम हो सकती है।