तिरुवनन्तपुरम/नीलेश्वरम: केरल के नीलेश्वरम में आतिशबाजी के दौरान बड़ा हादसा हुआ है। एक उत्सव के दौरान हुए इस हादसे में 150 से ज्यादा लोग घायल हैं जबकि 8 की हालत गंभीर है। यह हादसा साेमवार रात को उस वक्त पर हुआ जब देर रात कासरगोड में नीलेश्वरम के पास एक मंदिर उत्सव के दौरान आतिशबाजी की जा रही थी। तभी अचानक पास स्थित एक फायरवर्क स्टोरेज फैसिलिटी में आग लग गई। यह घटना अंजूत्तामबलम वीररकवु मंदिर में सोमवार आधी रात के बाद हुई, जब 1500 से अधिक लोग पारंपरिक थेय्यम महोत्सव में शामिल होने के लिए मंदिर में एकत्र थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा तब हुआ जब पटाखों से उठी चिंगारी मंदिर के एक कमरे में रखे अन्य पटाखों पर गिर गई, जिससे विस्फोट हो गया। अधिकारियों के अनुसार, एक व्यक्ति की हालत नाजुक है और आठ गंभीर रूप से घायल हैं। कुल मिलाकर 154 लोग इस विस्फोट और उसके बाद भगदड़ में घायल हुए हैं। इनमें से 97 लोग विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।
उत्सव के दौरान आतिशबाजी
आतिशबाजी के दाैरान घायल हुए लोगों को कासरगोड, कन्नूर और मंगलुरु के विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया है। प्रारंभिक जांच में ऐसा बताया गया है कि जब वीरकावु मंदिर के पास आतिशबाजी की गई तो अचानक से आग लगी। पुलिस और प्रशासन ने इस घटना की जांच भी शुरू कर दी है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार कासरगोड जिले के नीलेश्वर में मूलमकुझी चामुंडी थेय्यम उत्सव चल रहा था। इस दौरान लोग आतिशबाजी कर रहे थे। बताया गया है कि मंदिर प्रबंधन ने त्योहार के लिए लगभग 25, 000 रुपये के हल्के पटाखे रखे थे, जो मंगलवार रात को समाप्त होना था।
मंदिर समिति के दो सदस्य हिरासत में
इस घटना में घायल एक युवती ने बताया कि चिंगारी पटाखों के कमरे में गिरते ही सब लोग भागने लगे। उसने कहा कि मैं और कुछ अन्य लोग गिर पड़े और हमें चोटें आईं, लेकिन मेरी बहन सुरक्षित बच गई। स्थानीय विधायक एम. राजगोपाल ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण कहा और जिला कलेक्टर से बात की। उन्होंने बताया कि पटाखे हल्के थे, लेकिन चिंगारी दूसरे पटाखों पर गिर गई, जिससे हादसा हुआ। कासरगोड सांसद राजमोहन उन्नीथन ने बताया कि आधी रात के बाद त्योहार का जश्न मनाने के लिए पटाखे फोड़े जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। मंदिर समिति के दो सदस्यों को हिरासत में लिया गया है, और पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि मंदिर प्रबंधन ने पटाखे फोड़ने के लिए अनिवार्य लाइसेंस नहीं लिया था।