शिमला: (HD News); कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर गोलीकांड मामले में एसआईटी का गठन किया गया है। एडीजीपी ज्ञानेश्वर की अगुवाई में टीम गठित की गई है। डीआईजी सौम्या को चेयरपर्सन बनाया गया है। एसपी बिलासपुर सहित दो और अधिकारी टीम में शामिल हैं।

कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर होली के दिन शुक्रवार को चार आरोपियों ने गोलियां बरसाईं, जिससे बंबर और उनकी सुरक्षा में तैनात एक पुलिस कर्मी घायल हो गया। बंबर की बाईं टांग में गोली लगी, जिसके बाद उन्हें इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) एवं अस्पताल में भर्ती किया गया है। दो गोलियां सुरक्षा कर्मी को लगी हैं। पुलिस ने एक बोलेरो गाड़ी को मंडी जिले के चक्र से बरामद किया है। उसी जगह के पास एक पिस्तौल बरामद हुआ है। गाड़ी के चालक समेत पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

हमलावरों ने वारदात को उस समय अंजाम दिया, जब दोपहर बाद 3:00 बजे बंबर बिलासपुर शहर के वीआईपी चंगर सेक्टर स्थित अपनी पत्नी के सरकारी आवास पर लोगों से मिल रहे थे। चश्मदीदों के अनुसार हमलावरों ने 22 से 24 राउंड फायर किए। बंबर साथ ही खड़ी इनोवा गाड़ी के पीछे छिप गए। अन्य लोग भी इधर-उधर खड़ी गाड़ियों के पीछे छिपने लगे। इस बीच हमलावर अंधाधुंध गोलियां बरसाते रहे। सुरक्षाकर्मी ने भी अपने पिस्तौल से जवाबी फायर किया। इसके बाद हमलावर भाग गए। इस बीच एक गोली बंबर की टांग पर लगी है। दो गोलियां बिलासपुर के रहने वाले पुलिसकर्मी संजीव कुमार को लगी हैं।

पुलिसकर्मी का उपचार एम्स बिलासपुर में चल रहा है। उसे एक गोली पेट के पास लगी है, जिससे छोटी आंत को नुकसान हुआ है। दूसरी गोली टांग में लगी है। छर्रे लगने से मौके पर मौजूद विशाल चंदेल निवासी लखनपुर बिलासपुर भी घायल हुए हैं। उन्हें जिला अस्पताल से उपचार के बाद छुट्टी दे दी है। बंबर ठाकुर ने एम्स में इलाज करवाने से मना किया, जिसके बाद उन्हें आईजीएमसी रेफर किया गया है। बंबर की सुरक्षा में आईजीएमसी में 10 से 12 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
एक साल पहले हुए हमले के मुख्य आरोपी से जुड़ रहे तार
गोलीकांड के तार बंबर पर पिछले साल फरवरी में रेल लाइन कंपनी के कार्यालय में हुए हमले के मुख्य आरोपी से जुड़ रहे हैं। एक युवक ने सीसीटीवी फुटेज में दिखे चार हमलावरों में से दो की पहचान की है। उसके अनुसार दो हमलावर मुख्य आरोपी के साथ देखे थे। वे हरियाणा के रोहतक के रहने वाले हैं। एक अन्य फुटेज से पता चला है कि चारों आरोपी हमला करने के बाद बिलासपुर बस अड्डा के पास पहुंचे। वहां से बोलरो गाड़ी में बैठकर फरार हो गए। जांच में पता चला है कि हमला करने से पहले बंबर के आवास पर कुछ ऐसे लोग भी थे, जो हमलावरों को मौके की जानकारी दे रहे थे।

चश्मदीद के बयान पर सदर थाना में हत्या का प्रयास करने सहित आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की हैं। हमलावर स्थानीय नहीं हैं। कुछ इनपुट मिले हैं, जिन पर काम किया जा रहा है। एफएसएल टीम ने वारदात स्थल से गोलियों के खाली खोल बरामद किए हैं। -संदीप धवल, पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर