हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में बुधवार सुबह एक बड़ा बस हादसा टल गया। बैजनाथ से शिमला जा रही एचआरटीसी की बस उरला के पास अचानक बेकाबू होकर खाई की ओर लुढ़की, लेकिन गहराई में गिरने से पहले ही पेड़ों में फंस गई। बस में सवार 25 यात्रियों की जान चालक की सूझबूझ और पेड़ों ने बचा ली। अगर बस कुछ फीट और नीचे जाती, तो यह हादसा भयावह हो सकता था। पढ़ें पूरी खबर..
मंडी: हिमाचल प्रदेश में बुधवार सुबह मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-154) पर एक बड़ा हादसा उस समय टल गया, जब बैजनाथ से शिमला जा रही एचआरटीसी की बस उरला के पास अचानक बेकाबू होकर खाई की ओर लुढ़क गई। हादसे के वक्त बस में कुल 25 यात्री सवार थे।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस का मेन पट्टा टूटने के कारण वाहन अनियंत्रित हो गया। हालांकि, सौभाग्य से बस सड़क से करीब 100 मीटर नीचे खाई में जाते-जाते पेड़ों में फंस गई, जिससे बस को गहरी खाई में गिरने से बचा लिया गया।

घटना के तुरंत बाद स्थानीय राहगीर और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सीढ़ियों की मदद से यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। सूचना मिलते ही एसडीएम पधर सुरजीत सिंह के निर्देश पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा। एचआरटीसी पधर खेपन कार्यालय के इंचार्ज हेमराज ठाकुर भी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी की।
दूसरी बस से भेजे गए यात्री
प्रशासन ने सभी यात्रियों को एक अन्य बस के माध्यम से सुरक्षित उनके गंतव्य की ओर रवाना किया। वहीं, दुर्घटनाग्रस्त बस को क्रेन की सहायता से खाई से बाहर निकाला गया। यात्रियों ने चालक की सराहना करते हुए कहा कि अगर उसने समय रहते सूझबूझ न दिखाई होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।

जांच जारी
प्रशासन की ओर से घटना की विस्तृत जांच जारी है। प्राथमिक तौर पर इसे तकनीकी खराबी माना जा रहा है। एचआरटीसी विभाग द्वारा भी मामले की आंतरिक जांच की जाएगी।
