राजकीय उच्च पाठशाला शहरोल ने अपने गौरवशाली 19 वर्षों की यात्रा को स्मरणीय बनाने हेतु 26 मई को स्थापना दिवस एवं वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया। यह अवसर न केवल शैक्षणिक उपलब्धियों को रेखांकित करने वाला रहा, बल्कि विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रतिभाओं के प्रदर्शन का भी मंच बना। समारोह में विद्यार्थियों, अभिभावकों और गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया।
अर्की/शहरोल: राजकीय उच्च पाठशाला शहरोल ने 26 मई को अपना 19वां वार्षिक पारितोषिक वितरण एवं स्थापना दिवस समारोह बड़े ही हर्षोल्लास और सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रमों के साथ मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपमंडलाधिकारी अर्की निशांत तोमर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगीत से हुई, जिसके उपरांत विद्यालय के छात्रों ने नाटी, हिमाचली गिद्दा, पंजाबी गिद्दा, राजस्थानी नृत्य, समूहगान एवं देशभक्ति गीतों से सभी का मन मोह लिया। क्लस्टर प्राथमिक पाठशाला कल्याणपुर के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति नृत्य को दर्शकों से विशेष सराहना मिली। "ओ माय फ्रेंड गणेशा" गीत पर प्राथमिक पाठशाला शहरोल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहा।

मुख्य अतिथि ने दसवीं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले आयुष, द्वितीय स्थान पर रहे विजय और तृतीय स्थान प्राप्त हिमांशु को पुरस्कृत किया। अपने प्रेरणादायक संबोधन में उन्होंने छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समर्पित और अनुशासित रहने का संदेश दिया। साथ ही अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को नशे की बुरी आदतों से दूर रखने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री नरेश कुमार ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए सत्र 2024-25 की शैक्षणिक व सहशैक्षणिक उपलब्धियों का ब्यौरा दिया। उन्होंने शिक्षकों से बच्चों को केवल परीक्षा की दृष्टि से नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करने की अपील की।
इस अवसर पर SMC के प्रधान, मेला कमेटी के प्रधान, ग्राम पंचायत प्रधान कमलेश कुमारी, शेर सिंह एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। समारोह के अंत में शारीरिक शिक्षक नगीन चंद ठाकुर ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट करते हुए सरकारी स्कूलों की ओर समाज को लौटने का आग्रह किया।
राजकीय उच्च पाठशाला शहरोल का 19वां वार्षिकोत्सव एवं स्थापना दिवस समारोह न केवल विद्यार्थियों की प्रतिभा और उपलब्धियों का उत्सव रहा, बल्कि यह समाज को शिक्षा, संस्कार और नशे से मुक्ति जैसे महत्वपूर्ण संदेश देने वाला भी सिद्ध हुआ। मुख्य अतिथि निशांत तोमर सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को बढ़ाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने जहाँ दर्शकों का मन मोह लिया, वहीं विद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनके मनोबल को भी ऊँचा किया गया। यह आयोजन विद्यालय की समृद्ध परंपरा और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक प्रेरक कदम रहा।