हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां इन दिनों 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भाग लेने के सिलसिले में विदेश यात्रा पर हैं। सम्मेलन से पहले लंदन प्रवास के दौरान उन्होंने भारतीय दूतावास, इंडिया हाउस में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोरईस्वामी से मुलाकात की। इस दौरान सतत पर्यटन, कूटनीतिक संबंधों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। पढ़ें विस्तार से -
लंदन : (HD News); हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (5 से 12 अक्तूबर 2025, ब्रिजटाऊन, बारबाडोज) में शिरकत करने रवाना हो चुके हैं। सम्मेलन से पहले वे इन दिनों लंदन प्रवास पर हैं। उनके साथ विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार और विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा भी इस महत्वपूर्ण यात्रा का हिस्सा हैं।

पठानियां ने लंदन स्थित एल्डविच के भारतीय उच्चायोग इंडिया हाउस में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोरईस्वामी से भेंट की। इस मुलाकात में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। खासतौर पर सतत पर्यटन (Sustainable Tourism) को लेकर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
पठानियां ने स्पष्ट शब्दों में कहा - “सतत पर्यटन केवल एक विचार नहीं, बल्कि भविष्य की अनिवार्यता है। यह न केवल पर्यावरण, बल्कि समाज और अर्थव्यवस्था के लिए भी लाभकारी है। हमें इसे उसी पैमाने पर विकसित करना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित रह सके।”

उन्होंने यूरोपियन देशों के पर्यटन मॉडल को उदाहरण बताते हुए कहा कि जिस तरह यूरोप ने अपने पर्यटन को विश्व स्तर पर टिकाऊ, आकर्षक और समृद्ध बनाया है, उसी तरह शिमला, काँगड़ा, कुल्लू और चंबा जैसे हिमाचल के प्राकृतिक स्थलों को सतत पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सकता है। इससे प्रदेश की आर्थिकी सशक्त होगी और हिमाचल वैश्विक पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण केंद्र बनेगा।
पठानियां ने यह भी कहा कि ब्रिटिश काल में बनी शिमला और डलहौजी जैसी ऐतिहासिक धरोहरें आज भी पर्यटकों का केंद्रबिंदु हैं। यदि इन्हें सतत पर्यटन की अवधारणा से जोड़ा जाए तो यह प्रदेश के लिए अमूल्य धरोहर और भविष्य की समृद्धि का आधार सिद्ध होंगी।

बैठक के दौरान सतत पर्यटन के अलावा कई अहम कूटनीतिक विषयों और भविष्य की योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। विधानसभा अध्यक्ष पठानियां आगामी 3 अक्तूबर को लंदन से बारबाडोज रवाना होंगे।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां की यह पहल न केवल हिमाचल बल्कि पूरे देश के लिए पर्यटन विकास की नई दिशा तय कर सकती है। यूरोपियन मॉडल से प्रेरित सतत पर्यटन की अवधारणा यदि हिमाचल में लागू होती है तो यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी धरोहर साबित होगी। लंदन में हुई यह कूटनीतिक और पर्यटन विकास से जुड़ी चर्चा, 3 अक्तूबर से ब्रिजटाऊन में शुरू होने वाले सम्मेलन को और भी महत्वपूर्ण बना देती है।
