आज का पंचांग
आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि आज सत्यनारायण व्रत, प्रोष्टपदी पूर्णिमा श्राद्ध और महालयारंभ का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही आज रात खग्रास चंद्र ग्रहण भी लगेगा, जिससे इस पूर्णिमा का महत्व और बढ़ गया है।
सूर्य देव आज सुबह 6:02 बजे उदित हुए और शाम 6:36 बजे अस्त होंगे। चंद्रमा दिनभर कुंभ राशि में संचार करेगा। रात 9:04 बजे तक शतभिषा नक्षत्र रहेगा और उसके बाद पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र प्रारंभ होगा। सुबह 9:27 बजे तक सुकर्मा योग रहेगा, इसके बाद धृति योग का प्रभाव पूरे दिन रहेगा। करण की बात करें तो दोपहर 12:37 बजे तक विष्टि करण और उसके बाद बालव करण रहेगा।

🕉️ आज के व्रत एवं त्योहार
सत्यनारायण व्रत
प्रोष्टपदी पूर्णिमा श्राद्ध
महालयारंभ
चंद्र ग्रहण – रात 9:27 बजे से 1:26 बजे तक
🌟 शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 4:31 से 5:16 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 2:24 से 3:15 बजे तक
गोधूलि बेला: शाम 6:36 से 6:59 बजे तक
निशीथ काल: रात्रि 11:56 से 12:42 बजे तक
⚠️ अशुभ मुहूर्त
राहुकाल: शाम 4:30 से 6:00 बजे तक
गुलिक काल: दोपहर 3:30 से 4:30 बजे तक
यमगंड: दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
दुर्मुहूर्त काल: शाम 4:55 से 5:45 बजे तक
✅ आज का उपाय
पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण के इस विशेष योग में सत्यनारायण भगवान की कथा और पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
घर में श्रीविष्णु या श्रीकृष्ण के सामने दीपक जलाकर तुलसी पत्र अर्पित करें।
चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करके दान-पुण्य और मंत्र जाप करना शुभ फलदायी होता है।
आज के दिन गाय को हरा चारा और जरूरतमंदों को भोजन दान करना अत्यंत पुण्यकारी है।
⚠️ विशेष सावधानियां
सूतक काल के दौरान शुभ कार्य, भोजन पकाना, पूजा-पाठ आदि वर्जित माना जाता है।
बच्चों, वृद्धों, गर्भवती महिलाओं और रोगियों पर सूतक नियम लागू नहीं होते, उन्हें इससे छूट है।
ग्रहण काल में सोना, भोजन करना और धार्मिक कार्य करना निषिद्ध है।
घर के भोजन, दूध, पानी और जूस में तुलसी के पत्ते डालकर रखना चाहिए, ताकि ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की साफ-सफाई कर स्नान करें और भगवान का ध्यान करके ही भोजन ग्रहण करें।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दिए गए पंचांग, ग्रह-नक्षत्र और धार्मिक जानकारियां विभिन्न ज्योतिषीय गणनाओं, धार्मिक ग्रंथों और पारंपरिक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका उद्देश्य पाठकों को सामान्य जानकारी उपलब्ध कराना है। इस संबंध में किसी भी प्रकार के निर्णय लेने से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषाचार्य से परामर्श अवश्य करें। वेबसाइट इस जानकारी की पूर्ण सटीकता की गारंटी नहीं देती और किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं लेती।