हिमाचल प्रदेश के शांत माहौल में खलल डालते हुए एक और संदिग्ध व्यक्ति को राजधानी शिमला में आर्मी इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी कांगड़ा ज़िले के देहरा में पकड़े गए संदिग्ध के चंद दिनों बाद सामने आई है। पकड़ा गया व्यक्ति नोएडा, उत्तर प्रदेश का निवासी है और उसने पाकिस्तान व चीन सहित 64 देशों की यात्रा की है। संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए सेना की इंटेलिजेंस यूनिट ने उसे पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया है।
शिमला, 30 मई (HD News); हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के देहरा में संदिग्ध पकड़े जाने के बाद अब राजधानी शिमला में भी एक और संदिग्ध व्यक्ति को आर्मी इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, यह व्यक्ति उत्तर प्रदेश के नोएडा का निवासी है और पाकिस्तान, चीन सहित कुल 64 देशों की यात्रा कर चुका है।
सूत्रों के मुताबिक, यह संदिग्ध 28 मई को शिमला शहर स्थित सेना मुख्यालय आर. ट्रैक के आसपास घूमता देखा गया था। वह वहाँ पर तैनात सेना अधिकारियों से यह पूछताछ कर रहा था कि यहां के कमांडर कौन हैं और कितने अधिकारी तैनात रहते हैं। उसकी इस हरकत को सेना की इंटेलिजेंस यूनिट ने गंभीरता से लिया और इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसकी पहचान कर उसे शुक्रवार को हिरासत में ले लिया।

आर्मी इंटेलिजेंस ने पूछताछ के बाद उक्त व्यक्ति को थाना सदर पुलिस के हवाले कर दिया है। पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम कैबिन जोन ट्रेसलर निवासी प्रतीक स्टाइलोम, सेक्टर-45, नोएडा, गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश बताया है। उसने यह भी दावा किया कि उसके पास अमेरिकी नागरिकता है, हालांकि उसका जन्मस्थान भारत है। वह खुद को कोका-कोला कंपनी में ब्रीफर बताता है और इसी भूमिका में उसने विश्व के 64 देशों की यात्रा की है।
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि यह व्यक्ति वर्ष 2005 में पाकिस्तान और 2008 में चीन की यात्रा कर चुका है। उसके पिता भारतीय सेना में कर्नल रह चुके हैं, जिनकी मृत्यु 2022 में कोविड-19 के कारण हुई थी। फिलहाल वह शिमला के होटल प्रेस्टीज में कमरा नंबर 307 में 28 मई से ठहरा हुआ था।
सेना की इंटेलिजेंस यूनिट को उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं, जिसके चलते उसे गहन पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। देर रात तक उससे पूछताछ का सिलसिला जारी रहा। पुलिस व खुफिया एजेंसियां इस बात की पड़ताल कर रही हैं कि कहीं उसका कोई आतंकी या जासूसी नेटवर्क से संबंध तो नहीं है।
शिमला के सेना मुख्यालय के आसपास संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त इस व्यक्ति की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। जहां एक ओर यह व्यक्ति खुद को कॉर्पोरेट कर्मचारी और अमेरिकी नागरिक बता रहा है, वहीं दूसरी ओर उसकी सैन्य जानकारी में रुचि और अतीत की यात्रा सूची खुफिया एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। हिमाचल जैसे संवेदनशील सीमा राज्य में इस तरह की घटनाएं यह संकेत देती हैं कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है। फिलहाल पुलिस और इंटेलिजेंस टीमें मामले की गहराई से जांच में जुटी हुई हैं।