शिमला जिला में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। जलभराव, भूस्खलन और खस्ताहाल सड़कों के चलते शहर का यातायात और सार्वजनिक सुरक्षा संकट में है। ऐसे में शिक्षा संस्थानों को लेकर कोई निर्णय न लिया जाना चिंता का विषय बन गया है। इसी संदर्भ में डॉ. मामराज पुंडीर ने शिक्षा मंत्री से फोन पर बात कर शिमला जिले के स्कूलों को बंद रखने की मांग की है। पढ़ें विस्तार से.
शिमला, 6 अगस्त 2025: (HD News); शिमला जिले में हो रही लगातार मूसलधार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जगह-जगह भूस्खलन और जलभराव के कारण स्थिति गंभीर होती जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है, जिससे आमजन में रोष है।
डॉ. मामराज पुंडीर ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि उन्होंने टेलीफोन पर हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री से संपर्क कर निवेदन किया है कि हालात की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए शिमला जिला के स्कूलों को बंद रखने पर तत्काल निर्णय लिया जाए।

शिमला के संजौली-छोटा शिमला मार्ग पर भारी बारिश के बीच लैंडस्लाइड की स्थिति, जहां एक बड़ा हादसा होते-होते टला। प्रशासन की निष्क्रियता पर नाराजगी जताते हुए डॉ. मामराज पुंडीर ने शिक्षा मंत्री से स्कूल बंद करने की मांग की।
उन्होंने यह भी बताया कि डीसी शिमला को फोन किया गया, लेकिन उनका उत्तर नहीं मिला, जिससे यह प्रतीत होता है कि प्रशासन जमीनी हालातों को लेकर गंभीर नहीं है।
डॉ. पुंडीर ने यह भी बताया कि संजौली और छोटा शिमला के बीच एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जो इस बात की चेतावनी है कि यदि तुरंत ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
शिमला में बिगड़ते हालात प्रशासन की सतर्कता और त्वरित निर्णय क्षमता की परीक्षा ले रहे हैं। जब आम नागरिक और जनप्रतिनिधि स्वयं शिक्षा मंत्री से बात करने को मजबूर हों, तो यह प्रशासन की निष्क्रियता का प्रमाण है। अब आवश्यकता है कि प्रशासन जागे, और विद्यार्थियों सहित आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता में रखे।