विमल नेगी मौत मामला हिमाचल की राजनीति में भूचाल लाने वाला बनता जा रहा है। एक ओर जहां जनता न्याय की मांग कर रही है, वहीं विपक्ष सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा। इसी क्रम में आज भाजपा विधायक दल ने राजभवन का रुख किया और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। भाजपा ने न केवल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस्तीफे की मांग की, बल्कि CBI जांच का दायरा बढ़ाकर हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार की जांच ED से करवाने की भी सिफारिश की है। पढ़ें विस्तार से..
शिमला, 28 मई: (HD News); विमल नेगी मौत मामले में सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। विपक्षी दल भाजपा इस संवेदनशील मामले को लेकर हमलावर रुख अपनाए हुए है। आज भाजपा विधायक दल ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस्तीफे से लेकर HPPCL में हो रहे कथित भ्रष्टाचार की प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच करवाने तक की पांच अहम मांगें रखी गईं।
मुख्य मांगें और आरोप:
राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में भाजपा ने मांग की कि:
1. विमल नेगी की मौत से जुड़े साक्ष्यों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और उनसे किसी प्रकार की छेड़छाड़ या नष्ट करने की कोशिश न की जाए।
2. उच्च न्यायालय में पेश रिपोर्ट्स में सबूतों से छेड़छाड़ के जो साक्ष्य सामने आए हैं, उनके आधार पर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
3. शिमला के पुलिस अधीक्षक द्वारा लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच सीबीआई से करवाई जाए।
4. CBI जांच का दायरा बढ़ाते हुए HPPCL में हुए कथित भ्रष्टाचार की जांच भी ED से करवाई जाए।
5. प्रशासन में अनुशासन स्थापित करने की दृष्टि से शिमला के पुलिस अधीक्षक को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का सीधा हमला:
इस मौके पर नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार, अनुशासनहीनता और प्रशासनिक विफलता के गंभीर आरोप हैं। ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने बार-बार यह झूठ बोला कि मृतक विमल नेगी के परिवार ने कभी सीबीआई जांच की मांग नहीं की, जबकि परिवार लगातार इसकी मांग करता रहा है। जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा कोर्ट के आदेशों पर की गई टिप्पणी सीधे तौर पर अवमानना की श्रेणी में आती है।
राजनीतिक गरमाहट तेज:
विमल नेगी की रहस्यमय मौत और उसके बाद उठे सवालों ने प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है। भाजपा इसे बड़ा मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। आने वाले दिनों में यह मामला और भी तूल पकड़ सकता है।
बता दें कि विमल नेगी मौत मामला हिमाचल की राजनीति में भूचाल लाने वाला बनता जा रहा है। एक ओर जहां जनता न्याय की मांग कर रही है, वहीं विपक्ष सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा। इसी क्रम में आज भाजपा विधायक दल ने राजभवन का रुख किया और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। भाजपा ने न केवल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस्तीफे की मांग की, बल्कि CBI जांच का दायरा बढ़ाकर हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार की जांच ED से करवाने की भी सिफारिश की है।