
हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पूर्व पंचांग देखकर शुभ मुहूर्त का चयन करना अत्यंत आवश्यक माना गया है। चाहे वह नया व्यवसाय हो, विवाह, धार्मिक आयोजन या पर्व–त्योहार, सभी के लिए शुभ समय का निर्धारण जरूरी होता है। आइए जानते हैं आज के दिन का विस्तृत पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त
📅 पंचांग विवरण
- दिन: बुधवार
- तिथि: ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष
- प्रतिपदा समाप्त – प्रातः 06:17 तक
- द्वितीया समाप्त – सायं 04:15 तक
- उपरांत तृतीया
- संवत्सर: श्री शुभ संवत 2082
- शाके: 1947
- हिजरी: 1446-47
- सूर्योदय: 04:59 प्रातः
- सूर्यास्त: 06:34 सायं
🌌 नक्षत्र, योग और करण
- नक्षत्र: मृगशिरा (प्रातः) → आद्रा (उपरांत)
- योग: धृति
- करण: वणिज
🪐 ग्रह स्थिति (सूर्योदय कालीन)
- सूर्य: वृष
- चंद्रमा: वृष
- मंगल: कर्क
- बुध: वृष
- गुरु: मिथुन
- शुक्र: मीन
- शनि: मीन
- राहु: कुम्भ
- केतु: सिंह
🧭 दिशाशूल: उत्तर एवं ईशान दिशा
यात्रा का उपाय: दही या अदरक खाकर यात्रा करें।
⏰ चौघड़िया मुहूर्त (दिन काल)
समय |
चौघड़िया |
स्वभाव |
06:00 – 07:30 |
लाभ |
शुभ |
07:30 – 09:00 |
अमृत |
अत्यंत शुभ |
09:00 – 10:30 |
काल |
अशुभ |
10:30 – 12:00 |
शुभ |
शुभ |
12:00 – 01:30 |
रोग |
अशुभ |
01:30 – 03:00 |
उद्वेग |
अशुभ |
03:00 – 04:30 |
चर |
मध्यम |
04:30 – 06:00 |
लाभ |
शुभ |
☠️ राहुकाल:
- समय: दोपहर 12:00 बजे से 1:30 बजे तक
- अशुभ कार्यों से बचें।
🛍️ खरीदारी का शुभ समय:
- प्रातः 07:30 से 09:00 (अमृत चौघड़िया)
🙏 दैनिक आराधना और उपाय
- आराधना मंत्र: ॐ गं गणपतये नमः
- उपाय: माता दुर्गा की चालीसा का पाठ करें।
आज का शुभ मुहूर्त 28 मई 2025 :
ब्रह्म मुहूर्त 4 बजकर 3 मिनट से 4 बजकर 44 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 37 मिनट से 3 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्य रात्रि रात में 11 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 39 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम में 7 बजकर 11 मिनट से 7 बजकर 32 मिनट तक।
📌 नोट: यह पंचांग सामान्य जानकारी के लिए है। व्यक्तिगत मुहूर्त और निर्णयों के लिए अनुभवी ज्योतिषाचार्य की सलाह अवश्य लें।
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