मुख्यमंत्री ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पेश किया 58 हजार 514 करोड़ का बजट, स्वास्थ्य, प्राकृतिक खेती, पर्यटन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ज्यादा फोकस, सीएम सुक्खू बोले आर्थिक तंगी के बावजूद भी प्रदेश के हर वर्ग का रखा ध्यान, यही है व्यवस्था परिवर्तन, विपक्ष ने बजट को बताया निराशाजनक, बोले पिछले बजट से मात्र 71 करोड़ की ग्रोथ, कंफ्यूजन ज्यादा हर वर्ग को मिली निराशा, पढ़ें पूरी खबर..

बजट सत्र के पाँचवे दिन की कार्यवाही आरम्भ करने से पूर्व सदन के अन्दर हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां माननीय सदस्यों का अभिवादन स्वीकार करते हुए।
शिमला: (HD News);मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज अपने कार्यकाल का तीसरा बजट पेश किया। वित्त वर्ष 2025- 26 के लिए सुक्खू सरकार ने 58 हजार 514 करोड़ का बजट रखा है जिसमें हर वर्ग को साधने का प्रयास किया गया है। सरकार का स्वास्थ्य, शिक्षा, प्राकृतिक खेती, पर्यटन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती पर फोकस है जिसके लिए कई घोषणाएं मुख्यमंत्री ने बजट में की है हालांकि बजट को विपक्ष ने निराशाजनक करार दिया है और हिमाचल के इतिहास में पहली बार सबसे कम ग्रोथ और विकास पर कम पैसा खर्चने करने वाला बजट बताया है।

बजट सत्र के पाँचवे दिन की कार्यवाही का सदन के अन्दर संचालन करते हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां।
बजट पेश करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। आम आदमी के जीवन में बदलाव लाने और आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए सरकार काम कर रही है।पहले भाग में पशुपालकों का ध्यान रखा गया है और दूसरे भाग में खेती को ध्यान में रखा गया है। किसानों की आर्थिकी मज़बूत करने के लिए हल्दी का एमएसपी 90 रुपये प्रति किलो किया गया है।

बजट अनुमान वित्तीय वर्ष 2025-26 सदन में पेश करने के उपरान्त मुख्यमंत्री हि०प्र० ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू विधान सभा अध्यक्ष से उनके कार्यालय कक्ष मे शिष्टाचार भेंट करते हुए। बेहतरीन बजट पेश करने पर विधान सभा अध्यक्ष उन्हें पुष्प भेंट कर बधाई देते हुए। इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री हर्ष वर्धन चौहान भी मौजूद हैं।
बागवानों के लिए भी सरकार ध्यान दे रही है। प्रदेश की 67 % भूमि है और इस वन भूमि को संरक्षित करने के लिए प्रावधान किया गया है । बजट में डेयरी उद्योग और पर्यटन को ध्यान में रखा गया है। ग्रीन हिमाचल बनाने के लिए सरकार पहले दिन से प्रयास कर रही है। बजट आने वाले समय में प्रदेश के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा जिससे प्रदेश आत्मनिर्भर बनेगा। शिक्षा में गुणवत्ता के लिए बदलाव की ज़रूरत है और प्रदेश इस बदलाव के दौर के गुजरते हुए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।


बजट के दिन तो सीएम ऑल्टो में आते हैं लेकिन बाकी दिन विधायकों, निगम बोर्ड के अध्यक्षों को भी उनके जिला में पायलट तक दी जा रही हैं : जयराम ठाकुर
वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में केवल भाषण लंबा किया गया जबकि बजट में 71 करोड़ की मामूली ग्रोथ है तो इस बजट से क्या उम्मीद की सकती है। बजट में विकास कार्यों पर 1 रुपए में से 24 पैसे खर्च होंगे जो अब तक के हिमाचल के इतिहास में सबसे न्यूनतम खर्च होंगे।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ग्रीन हिमाचल वाली बात पर ग्राउंड पर प्रोग्रेस अभी तक शून्य है। केंद्र के पैसे से हिमाचल में हो रहा विकास है और केंद्र की योजनाओं का नाम बदल कर सीएम सुक्खू योजनाएं लागू कर रहे हैं लेकिन बजट में इसका जिक्र नहीं है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में तीन बजट बीत जाने के बाद भी अभी तक रोबोटिक सर्जरी शुरू नहीं की गई है।

जय राम ने कहा कि बजट के दिन तो सीएम ऑल्टो में आते हैं लेकिन बाकी दिन विधायकों, निगम बोर्ड के अध्यक्षों को भी उनके जिला में पायलट तक दी जा रही हैं। इस बजट में बंडल ऑफ़ कन्फ्यूजन है बजट सारे वर्गों को निराश करने वाला बजट है। कुल मिलाकर दिशाहीन सरकार व नेतृत्व का दिशाहीन बजट है। वहीं सीएम का बजट के लिए अल्टो कार में आने पर तंज कसते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि बजट के दिन तो सीएम ऑल्टो में आते हैं लेकिन बाकी दिन विधायकों को भी उनके जिला में पायलट तक दी जा रही हैं।
