शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश में विदेश से आ रहे सेब की नर्सरी में वायरस का मामला मंगलवार को सदन में गूंजा। ठियोग से कांग्रेस के विधायक कुलदीप राठौर ने सदन में प्रश्न काल के दौरान यह मामला उठाया और सरकार से विदेश से आ रही नर्सरी की जांच की मांग उठाई। सदन में बागवानी मंत्री द्वारा दिए गए जवाब पर कुलदीप राठौर असंतुष्ट नजर आए और मापदंडों के अनुसार ही प्रदेश नर्सरी की जांच करने का आग्रह किया।

कांग्रेस विधायक कुलदीप राठौर ने कहा कि विदेशों से नर्सरी आ रही है और इस नर्सरी को 1 साल तक क्वॉरेंटाइन करना जरूरी है लेकिन काफी ज्यादा व्यापारी ऐसे हैं जो हिमाचल से बाहर है और ऐसे देखने में आ रहा है कि मापदंड पूरे नहीं कर रहे हैं और बगैर क्वॉरेंटाइन नर्सरी अवैध रूप से सेब बहुल क्षेत्र में बेची जा रही है जिससे वायरस का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि 2023 में कश्मीर में भी स्केब रोग 40% से ज्यादा सब की फसल को नष्ट कर दिया था ऐसे में बाहर से आने वाले नर्सरी पर नजर रखना जरूरी है। इसको लेकर आज सदन के अंदर मामला उठाया गया लेकिन इसको लेकर बागवानी मंत्री द्वारा स्पष्ट रूप से जवाब नहीं दिया गया।

हालांकि सदन में बागवानी मंत्री ने आश्वासन दिया कि जो कवारन्टीन के नियम है उन्हें मजबूती से सुनिश्चित करेंगे। कुलदीप राठौर ने कहा कि जो बाहर से नर्सरी आयत की जा रही है वह काफी महंगी है और हिमाचल प्रदेश के बागवान इसको नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर साल करोड़ों रुपए बागवानी विश्वविद्यालय पर खर्च किए जा रहे हैं और वहां पर वैज्ञानिक भी हैं लेकिन हैरानी की बात है कि अब तक हिमाचल के जलवायु के मुताबिक यहां पर सेब की नर्सरी तैयार नहीं की जा रही है और जो नर्सरी विदेश से आते हैं वहां पर जलवायु अलग होती है और वहां की मिट्टी भी अलग है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में यदि शोध नहीं हो पा रहा है तो पैसे क्यों बर्बाद किया जा रहे हैं। आज समय है कि सेब उद्योग को बचाने की कोशिश की जाए क्योंकि सेब पर भारी संकट पैदा हो गया है पहले ही विदेशों से आयात शुल्क काफी कम कर दिया गया है जिसे हिमाचल के सिर पर संकट गहरा गया है।

वहीं देश में औरंगजेब को लेकर हो रही राजनीति पर भी कुलदीप राठौर ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि देश में आज महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे हैं देश पर कर्ज काफी बढ़ रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं और देश का सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
