हिमाचल प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर विकराल रूप धारण कर लिया है। राज्य के सात जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि तीन जिलों में यलो अलर्ट है। भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से अब तक 125 लोगों की जान जा चुकी है और 1200 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। खराब मौसम के कारण उड़ानें रद्द हो गई हैं और सड़कों से संपर्क टूट गया है, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। पढ़ें विस्तार से..
शिमला: 21 जुलाई 2025: (HD News, ); हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मानसून का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के सात जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चंबा, कुल्लू और शिमला के लिए यलो अलर्ट है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, मंगलवार को सोलन और सिरमौर, जबकि बुधवार को ऊना और बिलासपुर में भीषण बारिश की आशंका है। अन्य जिलों में यलो अलर्ट के तहत सतर्कता बरतने को कहा गया है।
✈️ उड़ानें रद्द, दृश्यता शून्य के करीब
खराब मौसम और घने कोहरे के कारण कांगड़ा, कुल्लू और शिमला हवाईअड्डों पर रविवार को एक भी फ्लाइट संचालित नहीं हो सकी। दृश्यता बेहद कम रहने से विमानों को उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिली। इससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।

🚧 सड़कों से संपर्क टूटा, ट्रांसफॉर्मर बंद
प्रदेश में 142 सड़कें बंद, 26 ट्रांसफॉर्मर ठप, और 40 पेयजल परियोजनाएं बाधित हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शिमला, कांगड़ा, धर्मशाला और मंडी जैसे क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश जारी है।
🧍♂️ अब तक 125 की मौत, ₹1235 करोड़ से अधिक का नुकसान
मानसून के इस सीजन में बादल फटने, भूस्खलन और भारी बारिश से अब तक 125 लोगों की मौत, 215 घायल, और 35 लोग लापता हो चुके हैं। अब तक का कुल नुकसान ₹1235.74 करोड़ आँका गया है, जो राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय है।
📊 वर्षा के आँकड़े (रविवार)
हमीरपुर: 18.5 मिमी
कांगड़ा: 13.0 मिमी
जोगिंद्रनगर: 11.0 मिमी
बिलासपुर: 10.4 मिमी
कंडाघाट: 5.8 मिमी
धर्मशाला: 5.4 मिमी
शिमला: 5.0 मिमी
🌊 खतरे के करीब पौंग डैम
पौंग डैम का जलस्तर रविवार सुबह 1330.25 फीट रिकॉर्ड किया गया, जो खतरे के निशान से सिर्फ 60 फीट नीचे है। यदि बारिश का यही सिलसिला जारी रहा, तो बांध प्रबंधन के लिए भी चुनौती खड़ी हो सकती है।
⚠️ एडवाइजरी: राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने नागरिकों से अपील की है कि वह गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें, नदियों-नालों के समीप न जाएं, और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।