शिमला आरटीओ कार्यालय में सुरक्षा उल्लंघन का गंभीर मामला सामने आया है। बुधवार को CCTV कैमरों में कैद एक अज्ञात व्यक्ति कर्मचारियों के कैबिन में घुसकर सरकारी फाइलों में छेड़छाड़ करता पकड़ा गया। आरटीओ ने आरोपी को तुरंत रंगे हाथों दबोचा और चेताया कि भविष्य में ऐसे किसी भी प्रयास के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पढ़ें विस्तार से ..
शिमला: (HD News); शिमला आरटीओ कार्यालय में एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन का मामला सामने आया है। बुधवार को आरटीओ कार्यालय में सीसीटीवी कैमरों की जांच के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति को कर्मचारियों के कैबिन में घुसकर सरकारी फाइलों के साथ छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा गया।

आरटीओ शिमला अनिल कुमार ने बताया कि पकड़े गए व्यक्ति ने अधिकारियों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और उसकी हरकतों से यह स्पष्ट हुआ कि वह जानबूझकर सरकारी दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर रहा था।
उन्होंने कहा, “यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कुछ लोग सरकारी फाइलों में गड़बड़ी करने के प्रयास में पकड़े गए हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ भविष्य में सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

आरटीओ ने यह भी स्पष्ट किया कि कार्यालय में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर सतत नजर रखी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि कोई भी व्यक्ति सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने सार्वजनिक और सरकारी कार्यालयों में दस्तावेजों की सुरक्षा की आवश्यकता पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित किया है। अधिकारियों ने सभी नागरिकों और कर्मचारियों से आग्रह किया है कि वे सरकारी फाइलों और दस्तावेजों के प्रति सजग रहें।

शिमला आरटीओ में सरकारी फाइलों के साथ छेड़छाड़ का यह मामला यह स्पष्ट करता है कि सरकारी दस्तावेज़ों की सुरक्षा कितनी अहम है। CCTV निगरानी ने तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा गया। यह घटना सभी नागरिकों और कर्मचारियों के लिए चेतावनी है कि सरकारी फाइलों से छेड़छाड़ करने पर कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई अवश्य होगी।

डिस्क्लेमर:
यह खबर केवल सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित की गई है। इसमें उल्लिखित व्यक्ति और घटनाएँ आधिकारिक स्रोतों और आरटीओ द्वारा साझा की गई जानकारियों पर आधारित हैं। किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई, दोषारोपण या किसी व्यक्ति/संस्था के खिलाफ आरोप लगाने के उद्देश्य से इसे नहीं देखा जाना चाहिए।
> सभी पाठकों से अनुरोध है कि सरकारी दस्तावेज़ों और फाइलों के प्रति सजग रहें और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल न हों।
