शिमला: राजधानी शिमला के पुलिस थाना ढली से अंतर्राज्यीय नशा तस्कर ग्रिल तोड़कर फरार हो गया है। जिसके बाद पुलिस थाना से लेकर जिला पुलिस शिमला के कार्यालयों में हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार जहां शिमला पुलिस का ड्रग पैडलरों पर चाबुक चला हुआ है, वहीं दूसरी ओर अंतर्राज्यीय ड्रग पैडलर के पुलिस थाना के हवालात की ग्रिल तोड़कर भाग जाने के मामले से जहां पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, वहीं शिमला पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
चिट्टा बेचते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया दिल्ली का यह सप्लायर रविवार मध्यरात्रि ग्रिल तोड़कर फरार होने में कामयाब हो गया है जिससे पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं और उसे खोज निकालने के लिए पैंतरे आजमाए जा रहे हैं लेकिन तस्कर का देर शाम तक कहीं कोई सुराग नहीं मिल सका है।
मध्यरात्रि करीब 12 बजे आरोपी के पुलिस हिरासत से फरार हो जाने के बाद ढली पुलिस थाना में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी की और सभी तंत्र उसकी खोजबीन में लगा दिए हैं। आरोपी को पकड़ने के लिए शिमला पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। जगह-जगह पर नाकाबंदी की गई है। शहर व अन्य स्थानों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपी को धर दबोचा जा सके और पुलिस अपनी जान बचा सके।
15 ग्राम चिट्टे के साथ किया था गिरफ्तार
इस अंतर्राज्यीय ड्रग पैडलर को पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर कमला निवास डेविल कालोनी भट्टाकुफर में चिट्टा बेचते हुए धर दबोचा था। आरोपी की पहचान आकाश माथुर (23) पुत्र रोहन सिंह निवासी ए-60, पर्यावरण काम्पलैक्स सहदुल अजियाब दक्षिणी दिल्ली के रूप में हुई थी और आरोपी को अदालत में पेश कर इसका पुलिस रिमांड लिया गया था। इसके खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 के तहत मामला दर्ज कर इसके बैकवर्ड व फॉरवर्ड लिंक खंगाले ही जा रहे थे कि आरोपी ने ग्रिल तोड़कर भागने में कामयाबी हासिल कर ली और पुलिस देखती ही रह गई। घटना के समय ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आ रही है क्योंकि आरोपी सुगमता से हवालात की ग्रिल तोड़कर भाग गया तथा पुलिस कर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। इसमें पुलिस कर्मियों की लचर कार्यशैली के चलते उन पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।