शिमलाः शिमला में अमूमन पानी की समस्या देखने को मिलती है. इससे जहां स्थानीय जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, तो वहीं पर्यटकों को भी पानी की समस्या से दो चार होना पड़ता है. इस समस्या से निबटने के लिए नगर निगम शिमला एक नई योजना लेकर आ रहा है. शिमला के लोगों को पीने और अन्य कार्यों के लिए अलग-अलग पानी दिया जाएगा. मौजूदा समय में शिमला के लिए ग्रेविटी या नदियों से पानी की सप्लाई होती है. सतलुज नदी या अन्य नदियों के पानी को शिमला पहुंचाया जाता है.
महापौर ने बताया कि शिमला में पानी को लेकर आने वाले समय के अनुसार देखना होगा. शिमला शहर लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में आने वाले समय में पानी की किल्लत और अधिक बढ़ सकती है. इस समस्या से निबटने के लिए नई योजना के बारे में विचार किया जा रहा है. इसके तहत पीने के लिए साफ पानी का इस्तेमाल किया जाएगा, वहीं अन्य कार्यों जैसे शौच, कपड़े धोना, सफाई आदि कार्यों के लिए वाटर हार्वेस्ट, बावड़ियों, बारिश और रीसाइकल किए हुए पानी की सप्लाई की जाएगी. देश के कई शहरों के लिए रीसाइकल किए गए पानी का इस्तेमाल किया जाता है.
कैसे लागू होगी योजना:
योजना को लागू करने के लिए घरों में अलग अलग कनेक्शन लगाए जायेंगे. इस योजना को जमीनी स्तर पर उतारने के लिए काफी मशक्कत करनी होगी. लोगों के घरों में दो अलग अलग कनेक्शन लगाने होंगे. एक कनेक्शन के जरिए साफ पानी की सप्लाई होगी, तो वहीं अन्य कनेक्शन के जरिए रीसाइकल किए गए पानी की सप्लाई की जाएगी. पानी को रीसाइकल करने के लिए भी प्लांट को स्थापित किया जाएगा. वहीं, बावड़ियों, बारिश के पानी और वाटर हार्वेस्ट के पानी को पहुंचाने के लिए भी अलग लाइन बिछाई जाएगी.