हिंदुस्तान टाइम्स के स्टेट ब्यूरो और वरिष्ठ पत्रकार गौरव बिष्ट जी का आकस्मिक निधन हो गया है। पत्रकारिता जगत में गौरव बिष्ट जी लेखनी की धार वर्षों से रही है। उनका स्वभाव के सभी मुरीद रहे है। उनका यूं अचानक उनका चले जाना विश्वास नहीं हो रहा है। भगवान दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें तथा परिजनों को इस दुःखद घड़ी में संभल प्रदान करें..
शिमला: (HD News); हिंदुस्तान टाइम्स के वरिष्ठ पत्रकार गौरव बिष्ट का पिछले कल देर रात हार्ट अटैक से निधन हो गया। गौरव बिष्ट छोटा शिमला के निवासी थे और हाल ही में डॉक्टरों ने उन्हें हृदय की स्थिति के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी थी। चेतावनी के बावजूद, दुर्भाग्यवश वे बीते रोज समय रहते अस्पताल नहीं पहुंच पाए।
गौरव बिष्ट ओल्ड ब्रॉक होस्ट नजदीक फ्लावर डेल में रहने वाले थे। 28 अगस्त की रात को गंभीर रूप से बीमार होने के बाद IGMC शिमला ले जाया गया था। IGMC पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आज पोस्टमार्टम किया जा रहा है जिसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए शिमला जिले के रोहड़ू स्थित उनके पैतृक स्थान ले जाया जाएगा ।
बिष्ट अपने पीछे अपनी मां, भाई, पत्नी और बेटे को छोड़ गए हैं, जो अचानक और असामयिक अपूरणीय नुकसान से गहरे शोक में हैं। गौरव बिष्ट की अचानक मृत्यु मीडिया कर्मियों, विशेषकर पत्रकारिता के उच्च दबाव में काम करने वालों के बीच बढ़ती स्वास्थ्य चिंताओं को रेखांकित करती है।
पिछले तीन महीनों में शिमला में किसी पत्रकार की यह तीसरी दुखद क्षति है। टाइम्स ऑफ इंडिया के संवाददाता आनंद बोध की भी हाल ही में हृदयाघात से मृत्यु हो गई थी और अमर उजाला के वरिष्ठ संवाददाता विपिन काला की हाइपरग्लाइसेमिया और अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं से मृत्यु हो गई थी। स्थानीय पत्रकार समुदाय सदमे और शोक में है।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। शोक संतप्त परिवार को भेजे संदेश में उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान टाइम्स के वरिष्ठ पत्रकार गौरव बिष्ट जी के निधन की खबर अंदर तक झकझोरने वाली है। अभी भी उनके निधन की खबर पर उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक राजनेता तथा भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में मेरी गौरव जी के साथ सदन से लेकर सड़क और सरकार से लेकर विपक्ष की बहुत सी यादें हैं। जो इस हृदय विदारक खबर के साथ स्मृति पटल पर उभर आईं और मन वेदना से भर गया है। उन्होंने कहा कि गौरव विष्ट का जाना पत्रकारिता जगत की बहुत बड़ी क्षति है। जिसकी भरपाई करना बहुत कठिन है।