मंगलवार का पंचांग: 21 जनवरी 2025
हिन्दू पंचांग पाँच अंगो के मिलने से बनता है, ये पाँच अंग इस प्रकार हैं :-
1:- तिथि (Tithi) 2:- वार (Day) 3:- नक्षत्र (Nakshatra) 4:- योग (Yog) 5:- करण (Karan)
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचाग (panchang) का श्रवण करते थे ।
*शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।
*वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।
* नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है। योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।
*करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना, पढ़ना चाहिए ।
हनुमान जी का मंत्र : हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् ।
दिन (वार) - मंगलवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से उम्र कम होती है। अत: इस दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवाना चाहिए । मंगलवार को बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।
दिन (वार) - मंगलवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से उम्र कम होती है। अत: इस दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवाना चाहिए । मंगलवार को बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है ।
मंगलवार Mangalwar को हनुमान जी की पूजा और व्रत करने से हनुमान जी प्रसन्न होते है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा एवं सुन्दर काण्ड का पाठ करना चाहिए।
मंगलवार को यथासंभव मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करके उन्हें लाल गुलाब, इत्र अर्पित करके बूंदी / लाल पेड़े या गुड़ चने का प्रशाद चढ़ाएं । हनुमान जी की पूजा से भूत-प्रेत, नज़र की बाधा से बचाव होता है, शत्रु परास्त होते है।
मंगलवार के व्रत से सुयोग्य संतान की प्राप्ति होती है, बल, साहस और सम्मान में भी वृद्धि होती है।
मंगलवार को धरती पुत्र मंगलदेव की आराधना करने से जातक को मुक़दमे, राजद्वार में सफलता मिलती है, उत्तम भूमि, भवन का सुख मिलता है, मांगलिक दोष दूर होता है।
आज का पंचांग: राष्ट्रीय मिति माघ 01, शक संवत 1946, माघ कृष्ण, सप्तमी, मंगलवार, विक्रम संवत् 2081। सौर माघ मास प्रविष्टे 08, रज्जब 20, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 21 जनवरी सन् 2025 ई॰। सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, शिशिर ऋतुः। राहुकाल अपराह्न 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक। सप्तमी तिथि मध्याह्न 12 बजकर 40 मिनट तक उपरांत अष्टमी तिथि का आरंभ। चित्रा नक्षत्र रात्रि 11 बजकर 37 मिनट तक उपरांत स्वाति नक्षत्र का आरंभ। धृतिमान योग अर्धरात्रोत्तर 03 बजकर 49 मिनट तक उपरांत शूल योग का आरंभ। बव करण मध्याह्न 12 बजकर 40 मिनट तक उपरांत कौलव करण का आरंभ। चन्द्रमा पूर्वाह्न 10 बजकर 04 मिनट तक कन्या उपरांत तुला राशि पर संचार करेगा।
मंगलवार को मंगल की होरा :-
प्रात: 7.14 AM से 8.07 AM तक
दोपहर 01.25 PM से 2.18 PM तक
रात्रि 20.04 PM से 9.11 PM तक
मंगलवार को मंगल की होरा में हाथ की निम्न मंगल पर दो बूंद सरसो का तेल लगा कर उसे हल्के हल्के रगड़ते हुए अधिक से अधिक मंगल देव के मन्त्र का जाप करें ।
कृषि, भूमि, भवन, इंजीनियरिंग, खेलो, साहस, आत्मविश्वासऔर भाई के लिए मंगल की होरा अति उत्तम मानी जाती है ।
मंगलवार के दिन मंगल की होरा में मंगल देव के मंत्रो का जाप करने से कुंडली में मंगल मजबूत होते है, पूरे दिन शुभ फलो की प्राप्ति होती है ।
मंगल देव के मन्त्र
ॐ अं अंगारकाय नम: अथवा ॐ भौं भौमाय नम:”
सूर्योदय का समय 21 जनवरी 2025 : सुबह में 7 बजकर 13 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 21 जनवरी 2025 : शाम में 5 बजकर 51 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त 21 जनवरी 2025 :
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 6 बजकर 23 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 26 मिनट से 3 बजकर 9 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि रात में 12 बजकर 12 मिनट से रात में 1 बजकर 5 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 58 मिनट 6 बजकर 24 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 21 जनवरी 2025 :
दोपहर में 3 बजे से 4 बजकर 30 मिनट तक राहुकाल रहेगा। इसी के साथ दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह में 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। अमृत काल का समय सुबह 11 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक। दुर्मुहूर्त काल सुबह में 9 बजकर 25 मिनट से 10 बजकर 8 मिनट तक।
आज का उपाय : आज हनुमान चालीसा का कम से कम 7 बार पाठ करें।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों / ज्योतिषियों / पंचांग / प्रवचनों/ धार्मिक मान्यताओं /धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।