शिमला: (HD News); चैत्र नवरात्र एवं हिंदू नववर्ष की आज से शुरुआत हो गई है। नवरात्रों के पावन मौके पर राजधानी शिमला सहित पूरी देवभूमि भक्तिमय हो गई है। नवरात्रों के लिए शिमला के सभी मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है। मंदिरों में भक्त सुबह से ही दर्शनों के लिए पहुंचना शुरू हो गए है। कालीबाड़ी में सुबह सुबह ही भक्तों ने मां की पूजा अर्चना की और शीश नवाए। इसके अलावा प्रदेश भर के मंदिरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जा रही है।

नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी मुक्ति चक्रवर्ती ने बताया कि आज मां के पहले स्वरूप में शैलपुत्री की पूजा की जा रही है। पर्वतराज हिमालय के यहां पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। उन्होंने बताया कि मंदिर में नौ दिनों तक माता के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना विशेष रूप से की जाएगी। कालीबाड़ी मंदिर शिमला का ऐतिहासिक मंदिर है यहां स्थानीय लोगों के साथ बाहर से भी काफी श्रद्धालु नवरात्रों में शीश नवा ने पहुंचते हैं। नवरात्रों के दौरान सुबह से शाम तक मंदिर भक्तों के लिए खुला रहता है। उन्होंने बताया कि इस बार माता गज पर सवार होकर आई है ऐसे में के वर्ष धन-धान्य समृद्धि लेकर आ रहा है।

वही पहले नवरात्र के दिन मंदिर पहुंचे शिमला व बाहरी राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने बताया कि नवरात्र में वे हमेशा माता की पूजा अर्चना करके मन वांछित मुरादे पाते हैं। काली माता उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। ऐसे में सभी को 9 दिनों के दौरान सच्चे हृदय से माता का ध्यान करना चाहिए।
